NEWSPR डेस्क। बिहार की पटना पुलिस ने बुधवार को मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ एक बड़ी सफलता हासिल की है। पटना पुलिस की एक विशेष टीम ने सूचना के आधार पर मनेर थाना क्षेत्र में छापा मारा और करोड़ों रुपए के नशीले पदार्थों के साथ 12 लाख रुपए नकद बरामद किए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब्त किए गए नशीले पदार्थों की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी कीमत होने का अनुमान है।
छापेमारी के दौरान, पुलिस ने छह ड्रग तस्करों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। आरोपियों से कई अवैध हथियार और कारतूस भी बरामद किए गए, जिनका इस्तेमाल वे तस्करी के दौरान सुरक्षा और धमकाने के लिए करते थे। शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि यह गिरोह पटना में युवाओं को निशाना बनाकर एक सुनियोजित ड्रग सप्लाई नेटवर्क चला रहा था।
पटना के एसएसपी के नेतृत्व में चलाए गए इस ऑपरेशन को पुलिस अधिकारी शहर के ड्रग माफिया के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक बता रहे हैं। जांचकर्ता अब गिरफ्तार तस्करों के मोबाइल कॉल रिकॉर्ड और संपर्क नेटवर्क की जांच कर रहे हैं ताकि गिरोह के सरगनाओं की पहचान करके उन्हें पकड़ा जा सके। पुलिस का मानना है कि इस सफलता से पटना और आसपास के इलाकों में सक्रिय कई ड्रग तस्करी नेटवर्क का पर्दाफाश और खात्मा हो सकता है।
सिटी एसपी(वेस्ट) भानुप्रताप सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि राजधानी से सटे मनेर और इसके आसपास ड्रग्स का कारोबार काफी समय से फल फूल रहा है। मिली सूचना को आधार बनाते हुए पर वरीय अधिकारियों के निर्देश पर टीम गठित कर छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस दौरान पुलिस को एक किलो स्मैक मिला। बरामद स्मैक की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। इसके अलावा पुलिस ने धंधेबाजों के 12 लाख रुपए सहित सोने-चांदी की जूलरी भी जब्त कर ली।
सिटी एसपी(वेस्ट) के मुताहिक छापेमारी की इस कार्रवाई में नशे के कारोबार से जुड़े आधा दर्जन धंधेबाजों और स्मैक माफिया को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि फिलवक्त पुलिस पकड़े गए धंधेबाजों से पूछताछ कर रही है ताकि इनके सरगना तक पहुंचा जा सके। सिटीएसपी(वेस्ट) ने बताया कि नशामुक्त बिहार बनाने की उन्होंने ठान ली है। ड्राई एडिक्ट्स, ड्राई एडिक्शन और इसके नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त करना उनकी प्राथमिकता में शामिल है।