ऑपरेशन ‘हनी ट्रैप’ लड़की बनकर करते थे दोस्ती, पोर्न मूवी भेजकर किया ब्लैकमेल

Sanjeev Shrivastava

NEWSPR डेस्क। हनी ट्रैप गिरोह को पकड़ने के लिए मेरठ पुलिस पांच दिन तक वेश बदलकर राजस्थान में अरावली की पहाड़ियों में डेरा डाले रही। पहले पूरे गांव का माहौल समझा। इसके बाद कार्रवाई की। पर्यटकों से लूटपाट के लिए बदनाम इस इलाके के घर-घर में आज साइबर ठग बैठे हुए हैं।

अलवर से पकड़ा गैंग
मेरठ पुलिस की सर्विलांस यूनिट ने एक दिन पहले राजस्थान में अलवर जिले से हनीफ खान, कल्लू खान और मौसम को गिरफ्तार किया है। वह सोशल मीडिया पर लड़की बनकर बात करते थे। इसके बाद अश्लील वीडियो कॉल करके सामने वाले की पोर्न वीडियो बना लेते थे। उन्हें वायरल करने की धमकी देकर पैसा ऐंठते थे। मेरठ में इस तरह की पांच शिकायतें आईं। सभी पीड़ित करोड़पति हैं जो सुंदरी देखकर झांसे में आ गए।

ब्रांडेड कपड़े छोड़ कुर्ता-पायजामा पहने
एसएसपी अजय साहनी ने स्वयं इस ऑपरेशन को लीड किया। सर्विलांस टीम राजस्थान के अलवर जिले में भेजी। यह टीम पांच दिन तक वहीं रही। बाहरी न दिखें, इसलिए अलवर से आरजे-02 नंबर की टैक्सी ली। वहां का पहनावा कुर्ता-पायजामा है। टीम के सभी सदस्यों ने कुर्ता पायजामा और लोअर-टीशर्ट खरीदे। जूते उताकर चप्पलें पहनी। भेड़ व पत्थर की मूर्तियां खरीदने के बहाने वह रामगढ़, लक्ष्मणगढ़, हनुमानगढ़ आदि इलाकों में घूमते रहे। इस दौरान आरोपियों के बारे में जानकारी जुटाते रहे।

तकनीकी दिक्कत आई सामने
सर्विलांस टीम से जुड़े मनोज दीक्षित ने बताया कि पहाड़ी इलाके में मोबाइल की लोकेशन में तकनीकी दिक्कत आ रही थी। वेस्ट यूपी में लोकेशन में 20 मीटर दायरा दिखाता है। लेकिन पहाड़ में एक मोबाइल की लोकेशन तीन किमी दायरे में आ रही थी। इस तकनीकी दिक्कत को बामुश्किल दूर किया। तब आरोपी पकड़े गए।

बदला ट्रेंड: पर्यटकों से लूटपाट के लिए था बदनाम, अब घर-घर से होता है साइबर अपराध
अलवर में रामगढ़, हनुमानगढ़ व गोविंदगढ़ तहसील के ज्यादातर गांवों में अब साइबर अपराधी घर-घर पैदा हो गए हैं। मेरठ पुलिस को स्थानीय लोगों ने बताया कि काफी समय पहले अरावली पहाड़ियों में पर्यटकों से लूटपाट होती थी। उन्हें बंधक बनाकर फिरौती वसूली जाती थी। इसमें रिस्क ज्यादा और आमदनी कम होती थी। नए लड़कों ने अपराध का ट्रेंड बदला। अब घर-घर से साइबर अपराध होता है।

तीन राज्यों में बैंक खाते
हनी ट्रैप गिरोह का मुख्य आरोपी हनीफ है। उसके आठ बैंक खाते हैं। एक खाता यूपी के सहारनपुर, दूसरा हरियाणा के सोनीपत और बाकी खाते राजस्थान में खुले हैं। इनमें करीब 80 लाख का लेनदेन मिला है। हनीफ के कई ट्रक हैं, जो ट्रांसपोर्ट में चलते हैं। साइबर अपराध की कमाई से वहां के तमाम लोगों ने गाड़ियां खरीद रखी हैं। ऐसा भी मेरठ पुलिस को पता चला।

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