NEWSPR डेस्क। पटना सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि देश के 63 जिलों में कोई ब्लड बैंक नहीं है. बिना ब्लड बैंक वाले 63 जिलों में अरुणाचल प्रदेश के 14 जिले, असम और बिहार के 5-5 जिले, मणिपुर के 12 जिले, मेघालय के सात जिले और नागालैंड के नौ जिले शामिल हैं. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से यह पूछा गया कि क्या सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कदम उठाया है या कदम उठायेगी कि देश के सभी जिलों में कम से कम एक ब्लड बैंक हो.
इस सवाल के लिखित जवाब में चौबे ने कहा कि सार्वजनिक स्वास्थ्य, राज्य का विषय है. राज्य सरकारों की प्राथमिक जिम्मेदारी है कि वे अपनी आवश्यकता के अनुसार ब्लड बैंकों की स्थापना सुनिश्चित करें. चौबे ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के माध्यम से राज्यों द्वारा प्रस्तुत प्रस्तावों के आधार पर मौजूदा ब्लड बैंकों को मजबूत करने/नये ब्लड बैंक स्थापित करने के लिए राज्यों को सहायता दी जायेगी.
चौबे ने कहा कि नेशनल ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, एमओएचएफडब्ल्यू ने ब्लड बैंक नीति तैयार की है, जिसके अनुसार हर जिले में कम से कम एक ब्लड बैंक होना चाहिए. ब्लड बैंक स्थापित करने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट, 1940 और नियमों के तहत रखा गया है. इसके तहत ब्लड बैंक चलाने के लिए लाइसेंस प्राप्त करना अनिवार्य है.
72 हैं बिहार में, सबसे अधिक पटना में
शहर ब्लड बैंक
पटना 20, मुजफ्फरपुर 04, रोहतास 04, पूर्णिया 03, बेगूसराय 03, भोजपुर 03, गया 03, पूर्वी चंपारण 02, कटिहार 02, किशनगंज 02, समस्तीपुर 02, सीवान 02, इन जिलों में महज एक बैंक, पश्चिमी चंपारण, वैशाली, सीतामढ़ी, सारण, सहरसा, नावादा, मुंगेर, मधुबनी, मधेपुरा, लखीसराय, खगड़िया, कैमुर, जहानाबाद, जमुई, गोपालगंज, दरभंगा, बक्सर, भागलपुर और औरंगाबाद में एक-एक ब्लड बैंक है.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…