पटना हाई कोर्ट के चीफ़ जस्टिस संजय करोल कोरोना महामारी के नियंत्रण को लेकर सुनवाई अब खुद करेंगे। उनके कोरोना पॉजिटिव होने की वजह से दूसरी बेंच बनाई गयी थी। चीफ जस्टिस के आदेश से इसका नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। पटना उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश के आदेशानुसार पंजीयक (लिस्ट) द्वारा बुधवार को जारी एक नोटिस में कहा गया है कि मुख्य न्यायाधीश व न्यायमूर्ति कुमार की खंडपीठ द्वारा बृहस्पतिवार 6 मई को उक्त मामले की सुनवाई वर्चुअल मोड में की जाएगी।
अभी तक इस मामले में जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह और जस्टिस मोहित कुमार शाह की खंडपीठ सुनवाई कर रही थी। इस खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान बिहार सरकार को कई बार कड़ी फटकार लगाई थी। मंगलवार 4 मई को सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने बिहार सरकार को 48 घंटे की ‘अंतिम मोहलत’ देते हुए कहा था कि ऑक्सीजन-बेड की व्यवस्था सुधारें। ऐसा नहीं हुआ तो कोर्ट को सेना की मदद लेने का निर्देश देना होगा। इस दौरान बिहार सरकार के वकील ने जानकारी दी थी कि बुधवार से राज्य में लॉकडाउन लगाने का फैसला कर लिया गया है। हालांकि यह जानकारी मिलने के बावजूद कोर्ट ने सरकार के रवैया पर नाराजगी जताई थी।
4 मई को हाईकोर्ट ने टिप्पणी करते हुए कहा था “कोर्ट शर्मिंदा है, उसने शुरू में सरकार के आंकड़ों व दिलासे पर विश्वास किया। अगर शुरू में ही कड़े निर्देश होते तो अधिकतर लोगों को उनके जीवन जीने के मौलिक अधिकार से वंचित नहीं होना पड़ता”। हाईकोर्ट ने सरकार को अंतिम अवसर देते हुए मामले की सुनवाई को 6 मई के लिए मुल्तवी कर दिया था।