कोरोना संकट और लॉकडाउन के चलते शादी समारोह पर खासा असर पड़ रहा है. कई लोगों की शादियां इस दौरान कैंसल हो रही हैं. ऐसा ही एक मामला बांका के शंभूगंज प्रखंड से सामने आया, जहां शंभू नाम के एक शख्स की शादी काफी चर्चा में हैं. दरअसल, शंभू की शादी पिछले साल (2020) जनवरी में ही तय हुई थी लेकिन कोरोना महामारी की वजह से उस समय ये शादी टल गई और इस साल भी कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते राज्य में लॉकडाउन लगाया गया हैं. जिसके चलते शादियों की तारीखें टल रही है.
दरअसल, जो मामला हम आपको बता रहे हैं उसकी हर कोई तारीफ कर रहा हैं, शंभू नाम के इस शख्स ने कोरोना महामारी में लॉकडाउन को देखते हुए बिना बैंड-बाजा और बाराती के अकेले ही शादी का आयोजन करने का फैसला लिया और साइकिल से ही अपनी दुल्हन के घर 24 किलोमीटर का सफर सय कर भागलपुर के सुल्तानगंज ब्लॉक में कंचननगर गांव पहुंच गया. जहां दुल्हे की दुल्हन यानी कुमकुम कुमारी का घर था.
बताया जा रहा हा कि शंभू कुमार के द्वारा उठाए गए इस कदम की हर कोई तारीफ कर रहा है. यहां तक कि, ससुराल पक्ष के लोगों ने भी अपने दामाद की जमकर तारीफ की. साथ ही साथ उनका स्वागत भी शानदार तरीके से किया गया.
मालूम हो, कोरोना महामारी के बीच अप्रैल से जून तक शादियों का शुभ मुहूर्त हैं. इसके साथ ही देश में एक बार फिर से कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तेजी से फैल रही है. खासकर बिहार की वर्तमान स्थिति काफी खराब है. वैसे इस महामारी के बूरे दौर से हर कोई गुजर रहा है लेकिन इससे वैसे लोग ज्यादा परेशान है, जिन्होंने शादी-विवाह के लिए होटल, बैंक्वेट हॉल और गेस्ट हाउस पहले ही बुक करा दिया है. हालांकि जिला प्रशासन ने शादी-विवाह जैसे आयोजनों पर किसी प्रकार की रोक नहीं लगाई हैं. इसके बावजूद लोगों में डर काफी है. होटल और कैटर्स कारोबारियों के मुताबिक कोरोना के कारण शादियां निरस्त भले न हो, लेकिन मेहमानों की संख्या जरूर घटेगी जिससे की उनके पॉकेट पर काफी असर पड़ेगा.