सूबे से सबसे बड़े अस्पताल में दलालो का कब्ज़ा, टीओपी में नहीं रहते है प्रभारी

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। पटना सूबे के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच में इन दिनों दलाल सक्रिय है. अगर आप किसी वार्ड में शिफ्ट है या फिर इमरजेंसी में भर्ती है तो जान लीजिये दलाल आपके आस-पास सक्रिय है. यही नहीं बल्कि दलाल आपको पचास प्रतिशत तक की छूट की गारंटी देगा। ये हम नहीं कह रहे है साहेब बल्कि वहां पर भर्ती मरीज का कहना है.

आपको बता दें कि पीएमसीएच में टीओपी थाना भी है. लेकिन आपको वहां पर टीओपी के प्रभारी मौजूद नहीं मिलेंगे. क्योंकि वहां आराम की ड्यूटी है. साहेब 12 बजे आते है और 4 से 5 बजे तक आराम से कोरम पूरा कर के अपने घर निकल जाते है. आपको याद होगा कि आज से कुछ सप्ताह पहले ही पीएमसीएच में एक ही दिन में दो बार वारदात हुई थी लेकिन उस समय भी टीओपी प्रभारी महोदय आराम से घर में थे, और यही वजह थी की एक ही दिन में दो बार वारदात हुई और उमसे दो से तीन लोग भी घायल हुए थे.

लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पीएमसीएच में टीओपी थाना बना है तो उसमे प्रभारी क्यों नहीं समय पर बैठते है? या फिर उनके ऊपर वाले अधिकारी का हांथ है? या फिर बोलने वाला या पूछने वाला कोई नहीं है. आये दिन पीएमसीएच में लगातार घटना होती है लेकिन फिल्म के सीन जैसे पुलिस लेट से पहुँचती है और जाँच करती है. और निकल जाती है.

सूत्रों की माने तो टीओपी प्रभारी अमरेंद्र कुमार एक निजी ड्राइवर रखे हुए है और वही सभी दलाल और एम्बुलेंस वाले से उगाही करता है. जब इसकी पड़ताल न्यूज़ पीआर के संवाददाता राजन ने कि तो परत दर परत खुलता गया. और जो जानकारी निकल कर सामने आई वो काफी चौकाने वाली थी.

पीएमसीएच में कई बार दलाल को पुलिस ने पकड़ा है लेकिन थाना जाने से पहले ही बांड भरवाकर छोड़ दिया जाता है. अब देखना यह होगा की न्यूज़ पीआर पर खबर चलने के बाद अधिकारी क्या एक्शन लेते है.

पटना से राजन की रिपोर्ट…

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