NEWSPR/DESK : झारखण्ड के जामताड़ा जिला की साइबर अपराधियों की निशाने पर आईपीएस अधिकारी।ठग लिए करीब एक लाख रुपये।बताया जा रहा है कि साइबर ठग ने राजस्थान के एक आईपीएस अधिकारी को अपना निशाना बनाया है। साइबर ठगों ने आईपीएस अधिकारी को 99 हजार रुपए को चुना लगाया है। पूरे मामले में सबसे बड़ी बात है की आईपीएस अधिकारी की शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। जिसमें साइबर ठगों का कनेक्शन झारखण्ड के जामताड़ा से जुड़ा हुआ पाया गया। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर जामताड़ा से चार दिन में ही साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, मुख्य आरोपी अब भी फरार चल रहा है। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, आईपीएस अधिकारी की शिकायत के बाद राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का गठन किया गया।इसके बाद टीम ठगों का पता लगाते-लगाते झारखण्ड के जामताड़ा के पिंडारी गांव तक पहुंच गई और चार दिन में ही साइबर ठगों को पकड़ लिया।फिलहाल ठगों से पूछताछ की जा रही है।
अकाउंट से 99 हजार रुपये निकाला
जानकारी के मुताबिक, राजस्थान के आईपीएस अधिकारी हिमांशु गर्ग की हरियाणा में पोस्टिंग है।उनके पिता ने ईमेल के जरिए FIR दर्ज करवाई है। दरअसल, हिमांशु गर्ग ने जयपुर में मुक्तानंद नगर में अपने पिता को एक पार्सल भेजा था।पार्सल नहीं पहुंचा तो हिमांशु के भाई निमेश ने गूगल पर कुरियर कंपनी को सर्च किया।कहा जा रहा है कि बाद साइबर ठगों ने इंटरनेट पर कुरियर कंपनी से मिलती-जुलती नकली वेबसाइट बना रखी थी। साइबर ठगों ने पहले 10 रुपये ऑनलाइन मांगे और फिर एक लिंक भेजकर अकाउंट से 99 हजार रुपये निकाल लिए।
16 सिम कार्ड, 8 एटीएम और लैपटॉप बरामद हुए हैं
इसके बाद पुलिस छानबीन करते-करते जामताड़ा पहुंच गई. फिर, सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी कलीम अंसारी के घर पहुंच गई, लेकिन वो वहां से भागने में कामयाब रहा. पर उसका साथी आरोपी विकास मंडल पुलिस की पकड़ में आ गया।इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है।राजस्थान पुलिस जब गांव पहुंची तो साइबर ठग अपने घर में बैठकर किसी और को निशाना बना रहे थे। मगर पुलिस को देखकर मोबाइल को पानी के टैंक में फेंककर भागने लगे।गांव में उसके घर से 14 लाख रुपये नगद, 8 मोबाइल, 16 सिम कार्ड, 8 एटीएम और लैपटॉप बरामद हुए हैं।