NEWSPR डेस्क। पूर्वी चम्पारण में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 73वां स्थापना दिवस मनाया गया। स्थापना दिवस के मौके पर पूरे प्रदेश में एबीवीपी छात्र संगठन द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। यह संगठन छात्रों से प्रारंभ होकर छात्रों की समस्याओं के निवारण हेतु एक एकत्रित छात्र शक्ति का परिचायक है। नगर मंत्री ऋषभ राज ने बताया कि परिषद् के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है।स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है आदि।
यहीं लक्ष्मी नारायण दुबे महाविद्यालय के अध्यक्ष अमन कुमार ने बताया कि भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है। बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद् समय-समय पर आन्दोलन चलाता रहा है। बांग्लादेश को तीन बीघा भूमि देने के विरुद्ध परिषद् ने ऐतिहासिक सत्याग्रह किया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ बार-बार आवाज उठाती रही है। इसके अतिरिक्त अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ हम लगातार संघर्षरत रहे हैं।
लक्ष्मी नारायण दुबे महाविद्यालय के उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है ।
एबीवीपी के स्थापना दिवस पर सभी छात्र संघ के युवाओं ने ये सपथ लिया कि एक लोग चार पेड़ लगाएंगे और उसका एक साल तक संग्रक्षण करेंगे। आज पहले 28 पेड़ लगाकर कार्यक्रम को शुरू किया गया और इस माह के अंत तक कम से कम 500 पेड़ लगाए जाएंगे।