NEWSPR डेस्क । बिहार में प्रारंभिक विद्यालयों की समीक्षा एवं जांच के लिए बिहार शिक्षा विभाग ने सरकारी अफसरों को तैनात किया है। प्रारंभिक विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों की जांच के लिए 19 अफसरों की टीम बनाई है। 19 अफसरों को 21 अगस्त तक विद्यालयों की जांच रिपोर्ट सौंपने का जिम्मा दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों में फुर्ती लाने को लेकर निर्देश जारी किए जाएंगे। 19 अफसरों की टीम को विभिन्न जिलों के लिए रवाना कर दिया गया है।
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार का कहना है कि कोरोना के चलते स्कूलों में कई महीनों बाद पाठयकर्म शुरू किया गया है। ऐसे में पहली से आठवीं कक्षा तक के विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों की जांच जरूरी है। पिछले डेढ़ साल से इन स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था बुरी तरह से बाधित हुई है। कोरोना के कारण साल भर से प्रारंभिक विद्यालय बंद पड़े हैं,जिससे बच्चों को शिक्षा में काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में अब स्कूल खुल रहे तो पुरानी गड़बड़ी को जल्द ठीक किया जाए ताकि बच्चों की पढ़ाई सही तरीके से हो सके।
विभिन्न जिलों में अफसरों की टीम
पटना में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी लालिमा एवं कार्यपालक अभियंता विजय कुमार तरुण, रोहतास में अपर राज्य परियोजना निदेशक रविशंकर सिंह, बेगूसराय में अपर राज्य परियोजना निदेशक सुनयना कुमारी,वैशाली में बिहार राज्य शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री, नालंदा में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी रश्मि रेखा एवं उदय कुमार उज्जवल, नवादा में अपर राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी प्रभात किशोर एवं शंभू प्रसाद, भोजपुर में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी मो. इमत्याज आलम एवं सुनील कुमार, सारण में राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी नीरज कुमार एवं जितेंद्र कुमार पासवान, समस्तीपुर में भोला प्रसाद सिंह एवं मो.शाहिद मोबिन, मुजफ्फरपुर में मो.असगर अली एवं शशि भूषण राय विद्यालयों में जाकर शैक्षणिक गतिविधियों, आधारभूत संरचना निर्माण की प्रगति और अग्रिम राशि के विरुद्ध समायोजन की समीक्षा करेंगे।