NEWSPR डेस्क। भागलपुर जिले में सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद अस्पताल पर भारी पड़ रहे हैं दलाल। आलम यह है कि हर दिन लाचार और गरीब मरीज इनकी चंगुल में फंसकर ठगे जा रहे हैं और अस्पताल प्रशासन जानकर भी अंजान बना है जो इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा, जिससे अस्पताल प्रशासन ही नहीं शासन की शाख पर भी गहरा स्याह धब्बा बना हुआ है।
जांच के नाम पर दलालों ने मां-बेटी से ठग लिये पैसे : ताजा मामला शुक्रवार का है, जब सजौर थानाक्षेत्र की चकनारायणपुर गांव निवासी 19 वर्षीय प्रमिला कुमारी अपनी मां मसोमात सोनी देवी को साथ लिए भागलपुर के सदर अस्पताल पहुंची। और अपनी मेडिकल जांच के लिए दो रुपये का पुर्जा भी बनवाया। इसी बीच एक महिला दलाल द्वारा खुद को आशा बता, बेहतर इलाज का झांसा दे प्रसूता का पुर्जा उसके हाथ से ले लिया और सीबीसी जांच कराने के लिये पीड़िता और उसकी मां को साथ ले डॉक्टर अश्विनी कुमार चौधरी मेमोरियल के निजी जांच घर पहुंच गई। जांच घर अस्पताल से महज चंद फासले की दूरी पर ही स्थित है। यहां लैब टेकनिशियन छोटू द्वारा पीड़िता का ब्लड सैम्पल लिया गया और 12 अक्टूबर को जांच रिपोर्ट देने की बात कह उन्हें चलता कर दिया। इस बीच महिला दलाल द्वारा पीड़ित मां-बेटी से 550 रुपये भी ठग लिए गए।
डॉ.एके मंडल ने पीड़िता को लगाई फटाकर, बोले- गंवार नहीं होशियार हो तुम : जब न्यूज पीआर की टीम अस्पताल पहुंची और पीड़ित मां-बेटी को ढूंढ निकाला। मामले में जो तस्वीर सामने दिखी वो हैरान व चकित करने वाला था। पांच माह गर्भ से पीड़ित प्रमिला अपनी मां के साथ अस्पताल परिसर में बेहद परेशान थी। जिसे अस्पताल के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी एके मंडल द्वारा डांट-फटकार लगाई जा रही थी। पदाधिकारी द्वारा पीड़ित मां-बेटी को यह कहकर फटकार लगाया जा रहा था कि वह गंवार नहीं बहुत ही होशियार भी है। उन्होंने तो यहां तक कह दिया कि डॉक्टर नहीं मिले, लेकिन दलाल और पत्रकार जरूर मिल गए।
पीड़िता ने सीएस से लगाई न्याय की गुहार : हालांकि पीड़िता ने अपने साथ घटित घटना को लेकर सीएस डॉ. उमेश शर्मा को एक लिखित शिकायत भी दी है और अपना तारणहार बताते हुए न्याय की गुहार भी लगाई है। उसने शिकायत में गौराडीह प्रखंड की मांछिपुर की आशा बबीता देवी को आरोपी बताई है और सरकारी अस्पताल से बाहर बेहतर जांच के नाम पर निजी जांच घर में जांचोपरांत 550 रुपये की ठगी की भी बात कही है। जबकि प्रमिला के पुर्जे में सीबीसी के जांच का कोई जिक्र तक नहीं है।
दलाल महिला को पकड़ने के लिये सीएस ने किया टीम का गठन : मामले को सीएस डॉ. उमेश शर्मा ने गम्भीरता से लिया है और डॉक्टर एके मंडल को उक्त दलाल को चिन्हित कर उसकी धरपकड़ करने निर्देश भी दिया है। सीएस ने बताया कि पीड़िता द्वारा लिखित शिकायत पर क्षेत्रीय थाने मे मामला दर्ज कराया जाएगा। महिला दलाल को जल्द तलाशने और उसे गिरफ्त में लेने के लिए एक टीम भी डॉ. एके. मंडल की निगरानी में लगाई गई है, जिसे जल्द तलाश कर पुलिस को सुपुर्द किया जाएगा।
अस्पताल प्रशासन के साख पर उठ रहे हैं सवाल : बहरहाल 2 रुपये में सरकारी इलाज अब गरीब, मजलूमों को भारी पड़ने लगा है। मुमकिन है कि सदर अस्पताल परिसर में आपके मोबाइल का नेटवर्क धोखा दे जाए लेकिन दलालों के नेटवर्क से आप शायद ही बच पाएं। इनकी पहुंच और हनक ओपीडी से लेकर वार्डों तक दिखती है, जो ना सिर्फ मरीजों की जेब को ढीली कर रहा है बल्कि अस्पताल प्रशासन और शासन की शाख पर भी बट्टा लगा रहा है।
भागलपुर से श्यामानंद सिंह की रिपोर्ट…