NEWSPR डेस्क। मंजूषा महोत्सव के सातवें दिन “कृष्णा कलायन कला केंद्र “की निदेशक श्वेता सुमन के निर्देशन में “गंगा नृत्य नाटिका” की प्रस्तुति हुई जिसमें गंगा के अवतरण,मातृ स्वरूप ,गंगा प्रदूषण एवं उसकी पीड़ा , नई पीढ़ी को गंगा स्वक्ष रखने का संदेश ,स्वक्ष गंगा की परिकल्पना एवं पारंपरिक आरती उत्कृष्ट गीत संगीत और साहित्य के माध्यम से दर्शाया गया। इस नाटिका में गंगा की भूमिका में श्वेता सुमन, शिव.रोहित रोशन,नटी अनुपमा सिंह,नट भरत,भगीरथ अमन ,एवं सह कलाकार रिशा,प्राची,प्रियम एवं बन्दना रही।
नाटिका के उपरांत मंगल गान ,महिला सशक्तिकरण,पर्यावरण संग्ररक्षण,पारंपरिक अंगिका लोकगीत आदि की प्रस्तुति श्वेता सुमन ,अनुपमा सिंह प्रियम,बन्दना एवं भरत द्वारा हुई संगत कलाकार गोपाल कृष्ण मिश्र एवं ऑर्गन पर सिलटू सिन्हा थे।