NEWSPR डेस्क। भगलपुर, देश की सरहदों की निगरानी करने में लगा बीएसएफ जवान की पत्नी पिछले 23 दिनों से लापता है। वो अपनी पत्नी की तलाशी के लिये पुलिस के वरीय पदाधिकारियों से लेकर कई थानों में गुहार लगा चुका है, लेकिन पुलिस की ओर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे वो काफी परेशान है। अपनी पत्नी को खोजने के लिये अब वो पत्रकारों से गुहार लगा रहा है।
बीएसएफ जवान अमित कुमार मिश्रा छत्तीसगढ़ में पोस्टेड है और उनकी पत्नी, बेटी और मां औद्योगिक थाना क्षेत्र के झुलखड़िया हैप्पी वैली स्कूल के पास किराए के मकान में रहती थी। 31 अक्टूबर को सुबह इनकी पत्नी दूजा कुमारी घर से निकली और फिर वापस लौट कर नहीं आई। घर वालों ने खोजबीन की लेकिन नहीं मिलने पर लापता होने की सूचना थाना को दी गई। लेकिन पुलिस द्वारा सिर्फ सीसीटीवी फुटेज में महिला को निकलते हुए देखा गया और कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह आरोप फौजी जवान लगा रहा है। वहीं उसका कहना है कि उसने आसपास के जिलों के कई थानों में पत्नी की खोजबीन की लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। जिसके बाद पत्रकारों से गुहार लगाई है। जवान का कहना है कि उसे शक है कि पत्नी को कहीं बहला-फुसलाकर ले जाया गया है और उसे डर है कि कहीं ह्यूमन ट्रैफिकिंग के जाल में उसकी पत्नी कहीं नहीं फस गई हो। जवान का कहना है कि वह देश की निगाह वाणी करता है। लेकिन उसके परिवार की देखरेख करना आम लोगों के हाथ है। जब उसका परिवार ही सुरक्षित नहीं रहेगा तो वह अपना काम कैसे कर पाएगा।
लापता दूजा कुमारी की मासूम बेटी मां से अपील कर रही है कि मां तुम कहीं भी हो तो जल्द से मेरे पास आ जाओ। बेटी का कहना है कि मां मेरे लिए स्वेटर खरीदने गई थी। लेकिन अभी तक वापस नहीं आई और मां से वह गुहार लगा रही है कि मां वापस आ जाओ। वहीं वरीय पुलिस अधीक्षक निताशा गुड़िया का कहना है कि मामला दर्ज कर छानबीन की जा रही है और महिला को खोजने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही सफलता मिल जाएगी। देश की सुरक्षा में लगे जवान की पत्नी को 23 दिनों तक पुलिस के द्वारा नहीं खोजे जाने को लेकर जवान जहां पुलिस के रवैए से नाखुश है, वहीं सवाल उठता है कि जब देश की सुरक्षा में लगे जवान के साथ पुलिस इंसाफ नहीं कर पा रही है तो आम लोगों का क्या होगा।
भागलपुर से श्यामानंद सिंह की रिपोर्ट…