NEWSPR डेस्क। बिहार सरकार वित्त विभाग और धार्मिक न्यास परिषद ने राज्य के मठों और मंदिरों को लेकर एक निर्णय लिया है। उस निर्णय के खिलाफ तमाम मठों के मठाधीश हो गए हैं। पटना में कई मठों के मठाधीश और महंत ने प्रेस वार्ता कर सरकार के इस निर्णय का विरोध किया।
महंतों का कहना था कि धार्मिक न्यास परिषद का निर्णय पूरी तरह से गलत है। मठों तथा मठों के महंतों साधु-संतों की परंपरा के विरुद्ध है। इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। मठों की जो परंपरा है उसे बचाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।
बता दें कि राज्य सरकार बिहार हिन्दू धार्मिक न्यास पर्षद के नियंत्रण वाले मठों-मंदिरों की जमीन की नई जमाबंदी कायम करने जा रही। ऐसा होने पर जमीन के खतियान में मालिक वाले कालम में भगवान (इष्टदेव) का नाम दर्ज होगा। इसे अमल में लाने के लिए कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जाएंगी। मामला राज्य कैबिनेट में जाएगा।