NEWSPR डेस्क। देश के प्रथम रक्षा प्रमुख और पूर्व थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 11 भारतीय जवानों के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में हुई मृत्यु पर नालंदा में शोक सभा का आयोजन किया गया। 38 बिहार बटालियन एनसीसी बिहार शरीफ की ओर से सरदार पटेल मेमोरियल कॉलेज उदंतपुरी बिहारशरीफ में एनसीसी कैडेटों द्वारा कॉलेज प्रांगण में शोक सभा आयोजित कर श्रद्धांजलि दी गई। सर्वप्रथम रक्षा प्रमुख जनरल बिपिन रावत के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर और मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी गई एवं उनके किए गए कार्यों को याद किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉ शशिकांत कुमार टोनी ने की।
मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर महेश प्रसाद सिंह ने कहा कि देश के सबसे काबिल ऑफिसर रक्षा प्रमुख और पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत एवं उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित 11 फार्मी अधिकारी हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मृत्यु हुई है पूरा देश के लिए आहत करने वाली खबर है पूरा देश मर्माहत है। विशिष्ट सेना मेडल एवं युद्ध सेना मेडल सहित कई पुरस्कार पाए जनरल बिपिन रावत देश के लिए काफी कार्य किए उनके कार्यों को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें प्रथम रक्षा प्रमुख बनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एनसीसी ऑफिसर लेफ्टिनेंट डॉक्टर शशिकांत कुमार टोनी ने कहा कि एनसीसी कैडेटों से उनका बहुत लगाव था। जब भी दिल्ली में रिपब्लिक डे कैंप होते थे जनरल रावत एनसीसी कैडेटों से काफी समय देकर जरूर मिलते थे। उनका हाल चाल लेते थे। सेकंड लेफ्टिनेंट से जनरल और रक्षा प्रमुख तक का सफर संघर्षपूर्ण रहा और इस बीच उन्हें कई बार नेतृत्व करने एवं पुरस्कार पाने का अवसर प्राप्त हुआ । खेल प्रभारी डॉक्टर तेजपाल सिंह एवं एनएसएस प्रभारी डॉ अखिलेश कुमार ने भी पुष्पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश ने एक शेर को दिया जिसकी निकट भविष्य में भरपाई संभव नहीं है। बे काफी अनुभवी थे। पाकिस्तान और चीन इनसे थरथर कापता था।
नालंदा से ऋषिकेश की रिपोर्ट…