NEWSPR डेस्क। झारखंड में कोरोना की दोनों लहर के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने अपनी जान गंवाई है। ऐसे में कोरोना से बचाव के लिये कोविड वैक्सीन हथियार माना जा रहा है। इसको लेकर सवास्थ्य विभाग लगातार काम कर रहा है। 18 वर्ष से अधिक के उम्र के हर लोगों का वैक्सीनेशन हो इसके लिये विभाग लगातार काम कर रहा है। राज्य में कोविड वैक्सीनेशन की शुरुआत 16 जनवरी 2021 को सीएम हेमंत सोरेन ने सदर अस्पताल से किया था।
इसका परिणाम पूर्वी सिंहभूम में दिख रहा है। यह जिला वैक्सीनेशन में राज्यभर में अव्वल है। यहां 16,77,341 लोग वैक्सीनेशन के लिए योग्य हैं। इनमें 14,67,351 (87%) लोगों को पहली, जबकि 8,82,388 (53%) लोगों को दूसरी डोज लगायी गयी है। वहीं वैक्सीनेशन के पहली डोज के मामले में गुमला का रिकॉर्ड राज्यभर में खराब है। यहां वैक्सीनेशन योग्य आबादी 7,49,648 है। इनमें 4,52,785 (60%) लोगों को पहली डोज लगायी गयी है। हालांकि दूसरी डोज के मामले में चतरा का रिकॉर्ड सबसे खराब है। यहां 2,06,099 (27%) लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज लगायी गयी है।
झारखंड में वैक्सीनेशन योग्य आबादी 2,41,21,312 है. इनमें 1,71,10,460 (71%) लोगों को पहली डोज लगायी गयी है. जबकि दूसरी डोज लेने वाले लोगों की संख्या 87,99,281 (36%) है। वैक्सीनेशन के लिए राज्य भर में 2117 कोविड वैक्सीनेशन सेंटर बनाये गये हैं। इनमें 2090 सरकारी और 27 निजी वैक्सीनेशन केंद्र हैं।
पहली डोज के मामले में यह 5 जिले आगे
पूर्वी सिंहभूम- 87%
रामगढ़- 78%
पाकुड़- 76%
रांची- 76%
दुमका- 75%
दूसरी डोज के मामले में यह 5 जिले आगे
पूर्वी सिंहभूम- 53%
खूंटी- 42%
सिमडेगा- 42%
रांची-41%
दुमका-40%