NEWSPR डेस्क। आज पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की पुष्यतिथि पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उन्हें याद करते हुए नमन किया है। बता दें कि शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री रहे हैं। वह एक सच्चे हिंदुस्तानी देशभक्त थे। उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनकी सादगी आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।
लाल बहादुर शास्त्री प्रधानमंत्री आवास में खेती करते थे। इसके साथ ही एक बार जब देश में देश में अनाज संकट आया तो उस दौरान उन्होंने खाली जमीन में अनाज या सब्जियां पैदा करने की अपील की थी। वह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री 17 साल की उम्र में पहली बार असहयोग आंदोलन के दौरान जेल गए थे। जिसके बाद उन्होंने 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया था। वह एक बेहद ही सरल और सादगी से भरे इंसान थे। उन्होंने भारत देश के लिए कई योगदान दिए, जिससे देश उन्हें हमेशा याद करता है।
उनकी मौत भी काफी रहस्यमयी तरीके से हुई। बता दें कि उन्होंने 10 जनवरी 1966 में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के साथ ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसका उनपर काफी दबाव भी था। समझौते के बाद रात में 1.32 बजे दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई। टाइम्स ऑफ इंडिया ने रात के सिटी संस्करण को रोककर इस खबर को छापा था। पूरा देश यह खबर जानकर अचंभित हो गया। उनकी मौत से पहले कई कारणों को लेकर वह उदास थे।