कंफ्यूजन में मासूमों की जान के साथ खिलवाड़,राज्य में स्कूल-कॉलेज बंद, लेकिन खुले हैं आंगनबाड़ी केन्द्र

Patna Desk

NEWSPR डेस्क।बिहार में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ने के कारण सरकार ने प्री स्कूल से कॉलेज तक बंद कर दिए है, लेकिन हैरानी की बात है कि आंगनबाड़ी केन्द्र खुले हैं। समाज कल्याण विभाग की तरफ से चलाए जाने वाले आंगनबाड़ी केन्द्रों 3 साल से 6 साल तक के बच्चे अब भी आ रहे हैं। इतना ही नहीं सेंटरों पर लापरवाही भी बरती जा रही है। इन सेंटरों पर ना मास्क की व्यवस्था है और ना ही सैनिटाइजर की सुविधा है।

बिहार समेकित बाल विकास सेवा यानी आईसीडीएस प्रोग्राम के तहत बिहार में 1 लाख 16 हजार आंगनबाड़ी केन्द्र चलाए जा रहे हैं। इन केन्द्रों का काम अपने क्षेत्र के बच्चों को पोषाहार देना और प्री स्कूल एजुकेशन देना है। बिहार के हर आंगनबाड़ी पर 35 से 40 बच्चे होते हैं। केन्द्र पर आनेवाले बच्चों की आयु 3 से 6 साल होती है, लेकिन ये हैरानी की बात है कि जहां कोरोना की तीसरी लहर के कारण पूरे राज्य के प्री स्कूल से कॉलेज तक बंद हैं तब ये सेंटर खुले हैं। केन्द्रों पर अब भी रोज बच्चों को बुलाया जा रहा है और पोषाहार बांटा जा रहा है।

रिमाइंडर देने के बावजूद निर्देश नहीं मिला

बता दें कि बच्चों के साथ हो रहे इस खिलवाड़ की वजह सरकारी आदेश से जुड़ा हुआ एक कंफ्यूजन हैं। दरअसल, गृह विभाग के जिस आदेश के कारण राज्य के सभी शैक्षणिक संस्थान बंद है कर दिए गए है। उस आदेश में आंगनबाड़ी केन्द्रों की चर्चा ही नहीं है। हालांकि, उसमें प्री स्कूल के बंद करने का आदेश है, लेकिन समाज कल्याण विभाग ने इसको लेकर स्पष्ट नहीं कि क्या इसमें आंगनबाड़ी केन्द्र आएंगे या नहीं। समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक मो. तारीक के मुताबिक विभाग की तरफ से इसको लेकर गृह विभाग से निर्देश मांगा गया है। इसको लेकर 2 बार रिमांइडर भी दिया गया है, लेकिन चूंकि अब तक गृह विभाग का निर्देश नहीं मिला है, इसलिए केंद्र अभी रोज खुल रहे हैं।

सेंटरों पर ना मास्क की व्यवस्था है ना ही सैनिटाइजर की

वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र पर बच्चों को देने के लिए ना मास्क दिया गया है और ना ही सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई हैं। बता दें कि दूसरी लहर में आंगनबाड़ी केन्द्रों पर नई तरह की व्यवस्था की गई थी, तब बच्चों को केन्द्र पर नहीं बुलाना था। बच्चों को घर-घर जाकर पोषाहार देना होता था, लेकिन इस बार इसे लेकर भी कोई आदेश नहीं दिया गया है।

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