NEWSPR डेस्क। सिवान के सदर अस्पताल के एसएनसीयू से नवजात की हुई अदला बदली मामले में सख्त कार्रवाई की गई है। ड्यूटी पर तैनात दो महिला कर्मियों को निलंबित करते हुए डॉक्टर को शोकॉज किया गया है। डॉक्टर के संतोषजनक जबाव नहीं देने पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नवजात की हेराफेरी की घटना के दौरान एसएनसीयू में डॉक्टर मौजूद नहीं थे।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार निलंबित महिला कर्मियों में बसंती और आराधना है। खबर यह भी मिली है दोनों महिलाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही दोनों का ट्रासंफर भी कर दिया गया है। जबकि डॉक्टर उमेश कुमार से शोकॉज करते हुए जबाव के लिए दो दिनों का समय दिया गया है। साथ ही घटना के दिन का वेतन भी अवरूद्ध कर दिया गया है।
वहीं दूसरी घटना यह भी है कि जब कोई पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल आता है तो उसे देखने वाला कोई नहीं होता है। परिजन गुस्से से अपने मृत बेटे को बिना पोस्टमार्टम कराए ही सदर अस्पताल से लेकर चले जाते हैं। इससे साफ पता चलता है कि खास कर के रात में किस तरह से सिवान के सदर अस्पताल में व्यवस्थाएं होती हैं। यहां यू कहें कि सिवान के सदर अस्पताल भगवान भरोसे ही चलता है। वहीं इस मामले में पुलिसकर्मी सवालों से बचते नजर आए।
सिवान से आशीष कुमार की रिपोर्ट