NEWSPR डेस्क। नालंदा प्रशासन के द्वारा क्राइम कंट्रोल को लेकर शहरी क्षेत्र इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। ताकि क्राइम कंट्रोल हो सके लेकिन सीसीटीवी कैमरे लगने के बावजूद अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं। मामला भागनबीघा थाना क्षेत्र इलाके के एलिट होटल के पास बने पुल का है। जिसके नीचे एक दिव्यांग व्यक्ति का शव बरामद होने से पूरे इलाके में खलबली मच गई।
वहीं घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग घटनास्थल पर इकट्ठा हो गए। मृतक की पहचान मिल्कीपर गांव के भागीरथ यादव के रूप में की गई है। घटना के संबंध में मृतक के पिता ने बताया कि कई साल पहले मोबाइल चोरी को लेकर अपने ही गोतिया के बीच विवाद हुआ था। इस विवाद को लेकर अपने ही गोतिया द्वारा भागीरथ यादव के ऊपर जानलेवा हमला किया गया। जिसमें भागीरथ यादव को गंभीर चोट आई थी।
भगीरथ यादव के ऊपर हुए हमले को लेकर परिजनों ने भागनविघा थाना में केस भी दर्ज कराया था। जिसके बाद पुलिस ने पटन यादव और मेघन को हत्या के प्रयास में गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। किसी केस को दबाने के लिए लगातार अपने गोतिया संतोष यादव और फरेश यादव द्वारा लगातार केस खत्म करने को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। अपने गोतिया के द्वारा लगातार केस खत्म नहीं करने के उपरांत अंजाम भुगतने की भी धमकी दी थी।
इसी धमकी का असर रविवार को देखने को मिला जहां भगत यादव की ईट पथरों से कुचल कर उसकी निर्मम हत्या कर शव को पुल के नीचे फेंक दिया। परिजनों ने बताया कि भागीरथ यादव शनिवार को 4:00 बजे बाजार से कुछ सामान लाने के लिए निकले थे जिसके बाद वह घर नहीं लौटे परिजनों के द्वारा खोजबीन की गई लेकिन इससे कुछ घंटों बाद ही भगीरथ यादव का शव बरामद किया गया। जिस जगह पर भागीरथ यादव का शव बरामद हुआ है वहीं पर सरकारी कैमरा भी लगा हुआ है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा