NEWSPR डेस्क। कोरोना काल के बाद पहली बार मुंगेर में कृषि भवन परिसर में दो दिवसीय किसान मेले का आयोजन किया गया। साथ ही फल, फूल, सब्जी, पशु एवं मत्स्य प्रदर्शनी का भी आयोजन हुआ। मेला कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण आत्मा के द्वारा किया गया। कोरोना काल के बाद आयोजित किसान मेला में किसानों की सहभागिता कम दिखी ।
इस मेला सह प्रदर्शनी में विगत वर्ष की अपेक्षा कम स्टॉल देखा गया। वहीं जो स्टॉल लगाया गया था उस पर भी कुछ विशेष उत्पादों को नहीं देखा गया। इस क्रम में स्टॉल पर खली तैयार करने की मशीन, स्प्रिंक्लर, बड़ा मूली, बैगन, फूलगोभी, आलू, टमाटर, कद्दू, ओल, घोषला, आदि को रखा गया था। स्टॉल पर कृषि से जुड़े उत्पादों शहद, हस्तशिल्प सामग्री, धान के उत्पाद, मशरुम आदि उपलब्ध कराया गया था। वहीं किसान मेला देखने पहुंचे लोगों ने बताया की इस मेला को और बेहतरीन ढंग से लगाया जा सकता है। जिससे लोगों को कई जानकारी के साथ-साथ कई प्रकार की किसी उत्पाद भी देखने को मिल जायेगें ।
मेला के दौरान किसानों से अधिक संख्या कृषि से संबंधित विभिन्न विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों की संख्या थी। मेला में आए किसानों ने कहा की यह मेला तो लगाया गया पर इस बार उस स्तर का मेला नहीं था । इस मेले को और बेहतर ढंग के साथ-साथ प्रचार-प्रसार करने के बाद लगाया जाता तो काफी ही बेहतरीन होता। मत्स्य जीवी खड़गपुर ने बताया की एक बार वे पहला प्राइज पाए थे पर अब तक न तो सर्टिफिकेट मिला न ही जीते इनाम की राशि ही मिली।
हालांकि मेले में आयोजित विभागीय अधिकारियों के द्वारा वहां मौजूद किसानों को सरकार द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। जबकि किसानों को सरकार द्वारा संचालित योजनाओं से संबंधित पाठ्य सामग्री जैसे पुस्तिका, पंपलेट, फोल्डर आदि उपलब्ध कराया गया ।कृषि विभाग के जेडीए ने बताया की कोरोना काल के बाद लगा मेला ट्रायल के आधार पर लगाया गया । ताकि ये देखा जाय की लोगों का क्या रिस्पॉन्स मिलता है । अगले बार इससे बेहतर मेला लगाने का प्रयास किया जाएगा ।
मुंगेर से मो.इम्तियाज की रिपोर्ट