NEWSPR डेस्क। युद्ध को लेकर यूक्रेन में तनाव का माहौल बना हुआ है। ऐसे में अररिया के एक दर्जन से अधिक मेडिकल के छात्र अभी भी फंसे हुए हैं। इस मामले में जिला अधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि अभी तक 4 स्टूडेंट के अभिभावक संपर्क में हैं। उन्हें वहां से वापस लाने का हर सम्भव प्रयास किया जा रहा है। बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग से लगातार मैं खुद सम्पर्क में हूँ। अररिया सांसद ने भी अभिभावकों को भरोसा दिलाया और कहा सरकार सभी कोशिश कर रही है कि जल्द भारतीय छात्र सुरक्षित देश लौटें।
एमपी ने कहा मैं भी विभागीय मंत्री से संपर्क में हूं। ऐसे ही एक मेडिकल का छात्र अररिया के इस्लाम नगर का अनवर रेजा अंसारी यूक्रेन के वीएन कारजीन नेशनल यूनिवर्सिटी खारकीव में फोर्थ ईयर के स्टूडेंट हैं। वो वहां खारकीव शहर में फंसे हुए है। वीडियो कॉल के जरिये उन्होंने दिखाया कि कैसे पिछले कई दिनों से वो सभी अपने हॉस्टल के बंकर में भूखे प्यासे छिपे हुए हैं। इधर अनवर की मां का रो-रो कर बुरा हाल है और पिता मोदी सरकार से सभी बच्चों के रेस्क्यू की गुहार लगा रहे हैं। अनवर के पिता शमीम रेज़ा अंसारी पेशे से मोटरसाइकिल मकैनिक हैं। वो एक गैराज चलाते है। उन्होंने बड़ी मुश्किल से बेटे को मेडिकल की पढ़ाई करने यूक्रेन भेजा था। अभी अनवर का कहना है कि यहां कर्फ्यू भी लगा हुआ है। ऐसे में बाहर निकलना मुश्किल है। इस समय खारकीव में दो से ढाई हजार छात्र हैं। मैं जिस बनकर में हूं उसमें तीन सौ के करीब छात्र मौजूद हैं। खाने की कमी हो गई है। टैंक का पानी उबाल कर पीना पड़ रहा है। हम सभी छात्र सुरक्षित बॉर्डर से 17 सौ किलोमीटर की दूरी पर हैं और हमतक कोई मदद नहीं पहुंच पा रही। एम्बेसी भी कोई मदद नहीं कर पा रहा है। स्थिति बद से बदत्तर होती जा रही है। जल्द से जल्द हमें यहां से बाहर निकाला जाए।
अररिया से रविराज की रिपोर्ट