NEWSPR डेस्क। जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रखंड के अजीजपुर चांदे गांव निवासी जीतनारायण मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखित पत्राचार भेजा है। जिसमें उन्होंने पातेपुर में आंगनबाड़ी केंद्रों की बदतर स्थिति एवं सुचारू रूप से संचालन में गड़बड़ी की समस्या बारे में अवगत कराया है। पत्राचार के माध्यम से पातेपुर के तमाम आंगनबाड़ी केंद्रों तथा पातेपुर सीडीपीओ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
इस संबंध में जीतनारायन मंडल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बताया है कि वैशाली जिला अंतर्गत पातेपुर प्रखंड के तमाम आंगनबाड़ी केंद्र की स्थिति काफी दयनीय है। अधिकतर केंद्र बंद रहता है। सप्ताह में एक-दो दिन ही केंद्र का संचालन हो रहा है। सरकार द्वारा आंगनबाड़ी केंद्र को उपलब्ध कराई जाने वाली पोषाहार की राशि भी पातेपुर सीडीपीओ वशु के मिलीभगत कर सेविका एवं सहायिका द्वारा बंदरबांट कर गबन कर दिया जाता है। सरकार का इस योजना पर करोड़ो रूपये खर्च होने के बावजूद इस योजना का लाभ आम लोगों को नसीब नहीं हो रहा है। मंडल ने बताया कि इस योजना में शत प्रतिशत महिलाएं जुड़ी हुई हैं। जिससे किसी भी राजनीतिक पार्टी के नेता अथवा पंचायती राज के जनप्रतिनिधि के साथ-साथ प्रखंड स्तर के पदाधिकारी भी कुछ नहीं कर पा रहे है। जिसका नाजायज फायदा आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, सुपरवाइजर के साथ पातेपुर सीडीपीओ भी उठा रही है।
उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं समाज कल्याण विभाग के मंत्री से तत्काल उक्त योजना की अपने स्तर से सकारात्मक पहल करते हुए पातेपुर के आंगनबाड़ी केंद्र को सुचारू रूप से संचालन कराने की दिशा में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी करने की अपील की है। गौरतलब है कि पातेपुर में आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन एक लूट खसोट की योजना बनकर रह गई है। एक तरफ लाखों करोड़ो खर्च कर पातेपुर समेत जिले के लगभग सभी पंचायतो में भवन बनाये जाने के बाद भी प्रखंड के सीडीपीओ से मिली भगत कर केंद्र की सेविका हर महीने अपने निजी दरबाजे पर केंद्र का संचालन कर किराए के रूप में एक मोटी रकम का बंदरबांट करती है। सीडीपीओ द्वारा इसके लिए सेविकाओं से हर महीने अवैध वसूली की जाती है। पिछले महीने सेविकाओं के बीच पोषाहार की राशि वितरण के समय एक पर्यवेक्षिका द्वारा सेविका से कमीशन मांगे जाने का ऑडियो क्लिप भी खूब वायरल हुआ था। वही आंगनबाड़ी सेविकाओं के पोषक क्षेत्र में पोषाहार वितरण एवं केंद्र के क्रियान्वयन की जानकारी वार्ड सदस्यों द्वारा मांगे जाने पर केस में फंसाने की धमकी भी सीडीपीओ द्वारा दी गई थी। जिसके बाद कई पंचायतो के दर्जनों वार्ड सदस्यों ने बाल विकास परियोजना कार्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन भी किया था।
वैशाली से प्रिंस कुमार की रिपोर्ट