NEWSPR डेस्क। भारत के प्रसिद्ध कवि, लेखक और पत्रकार माखनलाल चतुर्वेदी की आज जयंती है। इस मौके पर जदयू ट्रेडर्स प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव ने उनको नमन कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। बता दें कि माखनलाल चतुर्वेदी एक ऐसे लेखक और कवि थे जिनके अंदर राष्ट्रप्रेम था। इनकी ख्याति मूल रूप से एक लेखक, कवि या वरिष्ठ साहित्यकार के रूप में हैं लेकिन ये एक स्वतन्त्रता सेनानी भी थे।
माखनलाल चतुर्वेदी का जन्म मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के बाबई में 4 अप्रैल 1889 को हुआ था। उनके पिता का नाम नंद लाल चतुर्वेदी और उनकी माता का नाम सुंदरी बाई था। इनका विवाह ग्यारसी बाई से हुआ था। माखनलाल चतुर्वेदी जी को पंडित जी के नाम से भी जाना जाता है। माखनलाल चतुर्वेदी ने अपने प्रारंभिक प्राथमिक शिक्षा गांव के स्कूल से ही प्राप्त की। इसके बाद में उन्होंने संस्कृत, बंगला, अंग्रेजी, गुजराती आदि कई भाषाओं का ज्ञान घर से प्राप्त किया ।
उनकी रचनाएं काफी लोकप्रिय थी। वह सरल भाषा और ओजपूर्ण भावनाओं के अनूठे हिंदी रचनाकार थे। और ‘कर्मवीर’ जैसे प्रतिष्ठित पत्रों के संपादक के रूप में ब्रिटिश शासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन और प्रचार किया। युवाओं से प्रार्थना की कि वे गुलामी की जंजीरें तोड़कर बाहर आए। माखनलाल चतुर्वेदी एक स्वतंत्रतासेनानी और एक सच्चे देश प्रेमी भी थे। उन्होंने असहयोग आंदोलन में अपनी सक्रिय भूमिका देकर जेल भी गए।
1943 में उस समय का हिंदी साहित्य का सबसे बड़ा‘देव पुरस्कार’ माखन लाल जी ‘हिम किरीटिनी’ पर दिया गया था। भोपाल का ‘माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय’ उन्हीं के नाम पर स्थापित किया गया है। माखनलाल चतुर्वेदी की 79 वर्ष की उम्र में 30 जनवरी 1968 को मृत्यु हो गया था।