NEWSPR डेस्क। बिहार में बढ़ती गर्मी को लेकर लोगों में चिंता बढ़ रही। ऐसे में बिहार सरकार और स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट हो गया है। बता दें कि भीषण गर्मी एवं लू से बचाव के लिए आपदा विभाग ने सभी जिलों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। वहीं जिलों के जिलाधिकारी को अलर्ट किया गया है। जिला पदाधिकारियों को माइकिंग कराने एवं जागरूकता अभियान चलाने का निर्देश जारी किया गया है। लगातार निगरानी रखने हेतु भी निर्देश जारी किए गए हैं।
सार्वजनिक जगहों पर पियाऊ/पेजयल की व्यवस्था, लू प्रभावितों के ईलाज हेतु अस्पतालों में विशेष व्यवस्था, कार्यस्थल पर पेयजल की व्यवस्था, लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था आदि सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है।
आपदा विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि भीषण गर्मी एवं लू से बचाव की दिशा में कार्रवाई के लिए विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं। आम लोगों को गर्मी से राहत मिल सके इसके लिए आवश्यक सुविधा सुनिश्चित कराने को कहा गया है।लू से बचाव के लिए आवश्यक है कि कुछ सावधानी बरतें। उन्होंने कहा है कि स्कूली बच्चों को भीषण गर्मी से बचाव के लिए आवश्यक है कि विद्यालय सुबह की पाली में ही संचालित। इस हेतु संबंधित जिला पदाधिकारी के द्वारा समीक्षा कर निर्णय लिया जाना चाहिए।
सभी स्कूलों एवं परीक्षा केंद्रों में पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए। कार्यस्थल पर पेयजल तथा लू लगने पर प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की जानी चाहिए। गर्मी और लू से बचने के इन निर्देशों का पालन करें जैसे पर्याप्त मात्रा में पानी पियें। हल्के ढीले ढाले सूती वस्त्र पहनें। धूप के चश्मे, छाता, टोपी एवं जूते या चप्पल पहनकर ही धूप में निकलें। यात्रा करते समय अपने साथ पानी अवश्य रखें। घरेलू पेय जैस नींबू पानी, कच्चे आम का पन्ना, लस्सी आदि पीते रहें जिससे शरीर में पानी की कमी ने ना हो।
जानवरों को भी छायेदार स्थान में रखें और उन्हें पीने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी दें। अपने धर को ठंडा रखें। कार्यस्थल में पानी की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करें। गर्म हवाएं और लू में क्या न करें। खाली पेट न रहें। बच्चों को खड़े वाहनों में न छोड़े। पशुओं को छायादार स्थान पर रखें। यदि व्यक्ति पानी की उल्टी करें या बेहोश हो तो उसे कुछ भी खाने व पीने को ना दे। लू लगे व्यक्ति के हालत में 1 घंटे तक सुधारना न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में ले जाएं।