NEWSPR डेस्क। मगध विश्वविद्यालय के डीसी राजेंद्र प्रसाद ने इस्तीफा दे दिया है। राज्यपाल फागू चौहान ने उसे स्वीकार कर लिया है। बता दें कि राजेंद्र प्रसाद पर करोड़ों का हेराफेरी का आरोप लगा था। उनपर ₹30 करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाया गया है।
राजेंद्र प्रसाद ने अपना इस्तीफा राज्यपाल एवं कुलाधिपति कार्यालय को भेज दिया है। राज्यपाल ने प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद के इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। राज भवन सचिवालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मगध विश्वविद्यालय के कुलपति पद से प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद ने शनिवार की देर शाम अपना इस्तीफा भेजा था, जिसे कुलाधिपति ने मंजूर कर लिया है।
प्रोफेसर राजेंद्र प्रसाद पर अपने पद पर रहते हुए अनेक वित्तीय व अन्य अनियमितता के आरोप लगे हैं, जिसकी जांच स्पेशल विजिलेंस यूनिट कर रही है। वित्तीय अनियमितताओं के मामले में पटना उच्च न्यायालय में सुनवाई हो रही थी। पिछले दिनों ही न्यायालय ने उन पर लगे वित्तीय अनियमितताओं के मामले में याचिका पर सुनवाई करते हुए कहा था कि उन्हें गिरफ्तारी पर रोक लगाने की छूट नहीं दी जा सकती। इसके बाद ही उन पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया था। जिसका परिणाम शनिवार को उनके इस्तीफे के रूप में सामने आया।