कुरकुरे की आड़ में शराब तस्करी, हैरान करने वाले हैं तस्करों के ये नायाब तरीके, जानिए पुलिस ने किस तरह से की शराब जब्त

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। खबर बिहार के कैमूर से है। जहां शराब की तस्करी का तरीका काफी हैरान करने वाला है। शासन और प्रशासन शराब तस्करी रोकने के लिए एक तरफ पुलिस का पहरा बैठा रखी है। तो दूसरी तरफ उत्पाद विभाग और एंटी लिकर टास्क फ़ोर्स की चौकसी बॉर्डर पर लगा रखी है। लेकिन शराब तस्कर हैं कि तू डाल डाल मैं पात पात वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं। बता दें कि शुक्रवार की दोपहर दुर्गावती पुलिस और एंटी लिकर टास्क फोर्स ने गुप्त सूचना के आधार पर नेशनल हाईवे 2 के रास्ते बिहार के भीतर पहुंचाई जा रही करीब 15 लाख की अंग्रेजी शराब को समेकित चेकपोस्ट मोहनिया पर जब्त किया है।

कैमूर पुलिस और एंटी लिकर टास्क फोर्स द्वारा संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक डीसीएम ट्रक जिस पर 180 ml के 100 कार्टन और 750 ml के 100 सौ कार्टन शराब बिहार में खपाने के लिए लाई जा रही थी, इसे गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए यूपी-बिहार कर्मनाशा बॉर्डर पर इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट से जब्त किया। खास बात यह कि जिस डीसीएम ट्रक से शराब की खेप बिहार के भीतर पहुंचाई जा रही थी। कागजी तौर पर उस ट्रक में कुरकुरे लोड था और कुरकुरे की आड़ में करीब 15 लाख कीमत की शराब बिहार में खपाने के लिए जा रही थी।

पुलिस ने ट्रक चालक सोनू कुमार और सह चालक सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। डीसीएम ट्रक ड्राइवर ने बताया कि हमें इस डीसीएम ट्रक को यूपी-बिहार कर्मनाशा बॉर्डर तक पहुंचाना था। इसके बाद यहां से दूसरा ट्रक ड्राइवर गाड़ी को बिहार के चिन्हित जगहों पर ले जाता। लेकिन जैसे ही हरियाणा से शराब की बड़ी खेप यूपी बिहार बॉर्डर पर पहुंची तो दुर्गावति पुलिस और एंटी लिकर टास्क फोर्स ने जब्त कर लिया। खैर शराब तस्करों की तिकड़म से पुलिस भी परेशान है।

बड़ी बात यह कि बिहार के अलग-अलग जिले में जहरीली शराब से मौत होने के बावजूद शराब का अवैध धंधा रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सरकार जहां पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू के लिए नए-नए कदम उठा रही हैं, वहीं इसके धंधेबाज भी अनोखे तरीके अपना रहे हैं। एक आंकड़े के मुताबिक सबसे अधिक बिहार के भीतर शराब की अवैध और बड़ी खेप हरियाणा और दिल्ली से बिहार के भीतर खापाई जा रही है।

कैमूर/भभुआ से ब्रजेश दुबे की रिपोर्ट

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