सुजीत कुमार
शेखपुरा : आहर की जल निकासी की जमीन पर गांव के दबंगो ने मकान बना लिया जिसके कारण आहर से जल निकासी बाधित हो गया है। बरसात के दिनों में गांव के लोगों की और परेशानी बढ़ जाती है। इस सम्बंध में गांव बाले लोगो ने तत्कालीन डीएम से शिकायत की है। जांच भी कराई गई लेकिन हलालत में कोई सुधार नहीं हुआ।
मामला ज़िले के अरियरी प्रखंड अंतर्गत बरुणा गांव का है। जहाँ एक आहर की जल निकासी की जमीन पर गांव के दबंगो ने मकान बना लिया जिसके कारण आहर से जल निकासी बाधित हो गया है। बरसात के दिनों में गांव के लोगों की और परेशानी बढ़ जाती है,इस सम्बंध में गांव बाले लोगो ने तत्कालीन डीएम से शिकायत की।
डीएम ने तत्कालीन डीडीसी निरंजन झा को स्थल जांच का निर्देश दिया। डीडीसी ने जांच कर अतिक्रमण हटाने के लिए अरियरी सीओ को निर्देशित किया लेकिन आजतक अतिक्रमण नही हटाया गया जिसके कारण ग्रामीणों को गांव से निकलने और प्रवेश करने में परेशानी हो रही है।
ये हैं हालात
बरुणा गाव में धगोठा आहार को अतिक्रमण से बंद हो गया है, जिसका निकासी ५० फीट चौड़ा था, निकासी मठाहरि के तरफ निकासी है, चकर्घट के तरफ से पानी प्रवेेे बंद हो गया है, पूर्व में भी डी डी सी (निरंजन सर) तथा अरियरि अंचल सी ओ अनुज कुमार तथा राजस्व कर्मचारी पूर्व भागीरथ यादव के द्वारा दिया गया था लेकिन आज तक नहीं कुछ हुआ, लेकिन आज की स्थिति ऐसी है कि गाव में किसी भी वक्त गाव मे महामारी फैलने की भयावह बना हुआ है।
जल जीवन हरियाली से बंधी उम्मीद
गांव के लोगों को राज्य सरकार के जल जीवन हरियाली कार्यक्रम से उम्मीद है कि इस योजना में आहार की जमीन को दबंगों से मुक्त कराया जाएगा। जलाशय को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश उच्च न्यायालय और राज्य सरकार ने भी दिया है लेकिन बरुणा गांव में इसका असर देखने को नही मिल रहा है।