NEWSPR डेस्क। भागलपुर के नवगछिया मिल्की गौशाला में जदयू के पंचायत अध्यक्ष लोभन चौधरी को अपराधियों ने गोली मार कर घायल कर दिया है। गोली लोभन चौधरी के दाएं हाथ मे लगी है और उनका सिर भी चोटिल है। घटना के बाद घायल लोभन चौधरी को इलाज के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल लाया गया, जहां उनका प्राथमिक इलाज किया गया। प्राथमिक इलाज के बाद लोभन चौधरी को बेहतर इलाज के लिए जेएलएनएमसीएच मायागंज रेफर कर दिया।
वहीं मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय लोग नवगछिया अनुमंडल अस्पताल पहुंच गए थे। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने स्थानीय लोगों ने अपने गुस्से का इजहार किया और पुलिस को भला बुरा भी कहा। घायल अवस्था में लोभन चौधरी ने कहा कि वे घर से बाहर आ कर एक बक्से की दुकान पर बक्सा बनते हुए देख रहे थे। इसी क्रम में तीन गोली चली जिसमें एक गोली उन्हें लग गयी, इसी दौरान उसके सर पर लाठी से भी प्रहार किया गया।
घायल ने गांव के ही उभो यादव उर्फ उभय यादव और बबलू यादव पर गोली मारने और लाठी से प्रहार करने का आरोप लगाया है। इधर स्थानीय लोगों ने कहा कि अपराधी हत्या करने की मंशा से आये थे लेकिन लोगों के जुट जाने के बाद वे कामयाब नहीं हो सके और मौकाए वारदात से भाग निकले स्थानीय लोग अजय चौधरी समेत अन्य ने कहा कि वे लोग विस्थापित परिवार हैं और वर्ष 1987 से गोपाल गौशाला की जमीन पर रहते हैं। 1987 से ही लगातार वे लोग प्रशासन और सरकार से पुनर्वास की मांग कर रहे हैं।
सरकार के निर्देश पर उनलोगों को जमीन देने का निर्देश दिया गया है. जिसके लिए विस्थापित भूमिहीन लोगों की सूची मांगी गयी थी। गांव के कई लोगों ने भूमिहीनों की सूची प्रशासन को सुपुर्द किया। इस सूची में वैसे लोगों का नाम नहीं है, जो आर्थिक रूप से संपन्न हैं और जमीन की खरीददारी कर ली है लेकिन संपन्न लोगों का कहना है कि उनका नाम भी भूमिहीन परिवारों की सूची में रहना चाहिए। विवाद का यही कारण है।
पिछले कई दिनों से उनलोगों को धमकी दी जा रही है, जिसकी शिकायत उनलोगों ने शनिवार को नवगछिया थाना से की थी, जिस पर थाना ने कुछ खास रुचि नहीं दिखायी। जिसके बाद उनलोगों ने अनुमंडल कार्यालय जा कर अनुमंडल पदाधिकारी से मामले की शिकायत की थी। अजय चौधरी समेत अन्य लोगों ने कहा कि अगर पुलिस जरूरी कदम उठा लेती तो निश्चित रूप से इस तरह की घटना नहीं होती। घटना के बाद नवगछिया पुलिस मामले की छानबीन करने में जुट गयी है।
रिपोर्ट-श्यामानंद सिंह भागलपुर