NEWSPR डेस्क। द्वारिकापीठ और ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के ब्रह्मलीन होने के बाद शोक की लहर है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने दुख जताया है। उन्होंने लिखा कि “सनातन धर्म के ध्वजवाहक, द्वारका शारदा पीठाधीश्वर पूज्यपाद अनन्त श्री विभूषित जगतगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज के देवलोक गमन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। शंकराचार्य जी का निधन संपुर्ण हिंदु समाज के लिए अपूरणीय क्षति है,परमेश्वर से प्रार्थना है कि श्रद्धालुओं एवं अनुयायियों को यह वज्रपात सहने की शक्ति प्रदान करें”।
बता दें कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का गंगा आश्रम नरसिंहपुर जिले के झोतेश्वर में हैं. उन्होंने रविवार को यहां दोपहर 3.30 बजे ली अंतिम सांस ली. स्वरूपानंद सरस्वती का जन्म एमपी के सिवनी में 2 सितंबर 1924 को हुआ था. वे 1982 में गुजरात में द्वारका शारदा पीठ और बद्रीनाथ में ज्योतिर मठ के शंकराचार्य बने थे।