NEWSPR डेस्क। जनता दल यूनाइटेड के प्रदेश प्रवक्ता व पूर्व विधान पार्षद प्रो. रणबीर नंदन ने केंद्र की मोदी सरकार को महंगाई के मुद्दे पर घेरा है। प्रो. नंदन ने कहा कि मोदी सरकार महंगाई का एवरेस्ट बना रही है। रोज नए रिकॉर्ड टूट रहे हैं। जनता बेहाल-बदहाल है लेकिन केंद्र सरकार को फुर्सत ही नहीं कि वो जनता की सुध लें। लेकिन बेपरवाही में लापरवाह हुई केंद्र सरकार की नीतियों के कारण 130 करोड़ जनता मुश्किल में है। महंगाई रुपी यह बेपरवाह लापरवाही ही मोदी सरकार को उखाड़ फेंकेगी।
उन्होंने कहा कि आज पूरा देश श्री नीतीश कुमार जी की ओर उम्मीद से देख रहा है। क्योंकि नीतीश कुमार जी का मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल एक माइल स्टोन है। जनता के लिए जो नीतियां बनती हैं, उससे जनता का लाभ होता है। लेकिन केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों का लाभ उन कारोबारियों को मिलता है जो देश का पैसा लूट रहे हैं।
उन्होंने कहा कि खुदरा महंगाई दर के मामले में भारत विश्व के टॉप 12 राज्यों में शामिल हो गया है। जनता को विश्वगुरु बनने का झांसा देकर महंगाई के रिकॉर्ड बनाने वाली मोदी सरकार के दिन अब लद चुके हैं। 7 फीसदी के आसपास हमारी महंगाई दर हो चुकी है। कभी थोड़ा कम होती तो कभी अधिक। ताइवान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, फ्रंस, दक्षिण कोरिया और फीलीपींस में महंगाई दर छह से नीचे है। लेकिन भारत में इस पर कोई काबू नहीं रख पा रही है मोदी सरकार।
प्रो. नंदन ने कहा कि आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर अगस्त 2022 में 7.62 प्रतिशत रही, जो जुलाई में 6.69 प्रतिशत पर थी। वहीं पिछले साल अगस्त की बात करें तो यह 3.11 प्रतिशत पर थी। आम लोगों पर महंगाई की मार लगातार जारी है। खाद्य पदार्थों के दाम बढ़ने से अगस्त 2022 में खुदरा महंगाई दर 7 फीसद पर पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि साग-सब्जियों की महंगाई दर 13.23 फीसदी के दर से बढ़ी है। सब्जी, मसालों, फुटवियर और ईंधन तथा प्रकाश श्रेणी में कीमतों में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। अब इस स्पीड से महंगाई बढ़ेगी तो भारत विश्वगुरु कैसे बनेगा? इस सवाल का जवाब ढूंढ़ने के लिए केंद्र की मोदी सरकार के पास 2024 तक का वक्त है। उसके बाद जवाब जनता देगी।