NEWSPR डेस्क। भागलपुर अक्सर आपने महिला को सास ससुर की प्रताड़ना से तंग आकर घर के बाहर धरने पर बैठे या हाई वोल्टेज ड्रामा करते देखा होगा। लेकिन भागलपुर में सास ससुर अपनी बहु के खिलाफ अपने ही घर के दरवाजे पर धरने पर बैठ गया. साथ मे महिला का पति सागर भारती है। मामले को लेकर बताया जा रहा है की शहर के बरारी थाना क्षेत्र के बड़ी खंजरपुर निवासी गोपीनाथ साह कुछ दिन पहले सरकारी पद से सेवानिवृत्त हुए हैं. जिसको लेकर बहू स्वाती अक्सर पैसे की डिमांड करती रहती थी है. पैसे नहीं देने पर लड़ाई झगड़ा करती थी जिससे तंग आकर गोपीनाथ अपनी पत्नी और बेटे के साथ कुछ दिन के लिये दिल्ली चला गया था. आज जब वो भागलपुर लौटे तो बहु ने घर का दरवाजा खोलने से मना कर दिया. घण्टों आवाज लगाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला जिसके बाद पुलिस को सुचना दी गई.
मौक़े पर पहुंची बरारी थाना पुलिस के घंटों मशक्कत के बाद बहू स्वाति ने दरवाजा खोला. दरबाजा खोलने के ज़ब गोपीनाथ पत्नी और बेटे के साथ घर में प्रवेश किया तो घर का सारा सामान बिखरा पड़ा था वहीं आलमारी में रखे कीमती गहने और पैसे गायब थे. सास मंजू देवी ने बहु स्वाति पर गहने चोरी करने का आरोप लगाया है. वहीं स्वाति का कहना है की मुझपर चोरी का झूठा आरोप लगा कर साजिश के तहत फसाया जा रहा है. मेरे ससुराल वाले मुझे बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
घर के मालिक सास मंजू शाह और ससुर गोपीनाथ शाह ने कहा यह विवाद पहले भी हो रहा था तो मैं अपनी बहू को सारी व्यवस्था देकर हम लोग उन से तंग आकर बाहर चले गए थे जब वापस अपने घर लौटा तो मेरी बहू स्वाति दरवाजा नहीं खोल रही, घंटों बाहर बैठना पड़ा तब जाकर प्रशासन को इतना किया परंतु बहु अंदर से कह रही थी यह मकान मेरे पिताजी ने खरीद लिया है अब आपका यहां कुछ भी नहीं प्रशासन जब जोर जबरदस्ती से मकान के दरवाजा को खुलवाया तब जाकर हम लोगों के होश उड़ गए मैंने देखा सारा लॉकर खुला हुआ था सारा ताला टूटा हुआ था दूसरा ताला लगा हुआ था और जितने भी जेवरात और नगद रुपए रखे हुए थे सब गायब थे तकरीबन दस लाख रुपये की संपत्ति मेरी बहू ने ही डकैती कर ली है।
बहु स्वाति से वहां के स्थानीय लोग एवं प्रशासन के घंटों मिन्नत करने के बाद दरवाजा खोला गया वही स्वाति ने बताया मैं घर की बहू हूं मैं घर में क्यों चोरी करूंगी। वही उसने यह भी कहा कि मुझे पति एवं सास-ससुर से प्रताड़ना मिलती है ना तो मुझे खाने की व्यवस्था दी जाती है ना ही सही ढंग से रहने की व्यवस्था दी जाती है मेरे मायके वाले मुझे खाना पहुंचाते हैं तो मैं खाती हूं मैं लाचार और बेबस खुद हूं वही अपनी सफाई में उसने यह भी बताया कि यह मकान मेरे पिताजी ने खरीद लिया है।
बाहर से आए घर के मालिक गोपीनाथ उनकी पत्नी एवं उसकी उनके लड़के घंटों अपने घर जाने के लिए दरवाजा खोलने की अपील करते रहे परंतु उनकी बहू स्वाति ने दरवाजा नहीं खोला, इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई परंतु प्रशासन वहां पहुंच तो गई लेकिन घंटों मुक दर्शक बनी रही बरारी थाना के एसआई अरुण कुमार ने बताया थानाध्यक्ष को तकरीबन 10 बार मोबाइल से कॉल लगाया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं किया अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रशासन का रवैया क्या है वही 112 पर भी कई बार कॉल किया गया परंतु कॉल रिसीव नहीं हुआ।