NEWSPR डेस्क-पटना Pmch अप्सताल में सफाई कर्मी के द्वारा पोस्टमार्टम किये जाने मामले में नेहा कुमारी नामक महिला ने pmch प्रशासन के खिलाफ एक परिवाद दायर कर आरोप लगाया है कि पोस्टमार्टम में आने वाले शव का पोस्टमार्टम कोई डॉक्टर नही बल्कि pmch में कार्यरत सफाईकर्मी पोस्टमार्टम करते है। और इसमे कई लोगों का गुट काम करता है जो लोगो से शव को पोस्टमार्टम करने के नाम पर अवैध वसूली करता है।और pmch प्रशासन कान में तेल डाल कर सोई हुई है।
दरअसल मामला तब उजागर हुआ जब गुलजारबाग की रहने वाली महिला नेहा कुमारी ने परिवाद दायर किया है कि pmch fmt बिभाग में स्वीपर भैया लाल और राकेश राम समेत अन्य कई लोग साफ सफाई के काम के लिए बहाल किए गए है लेकिन fmt बिभाग में चिकित्सक का कार्य कर शव का पोस्टमार्टम के काम करते है।
और इसकी शिकायत आगरा ताजगंज उतर प्रदेश के रहने वाले कुणाल सिंह ने करते हुए pmch प्रबंधन को एक पत्र लिखा था कि पोस्टमार्टम के दौरान मौजूद कर्मी राजेश कुमार, राकेश राम, भैया लाल और साहेब राम के द्वारा 2000 हजार रुपए लिए गए। हालांकि जांच में भी ये चारों दोषी पाए गए जिसके बाद चारो को हटा दिया गया। वही बाद में 10 अक्टूबर को फिर से प्रिंसिपल विद्यापति चौधरी के द्वारा भैया लाल और साहेब राम को पुनः बहाल कर दिया गया।
सूत्रों की माने तो ये दोनों भैया लाल और साहेब राम पीएमसीएच के प्रिंसिपल के चहिते है और ये दोनों प्रिंसिपल के हर जरूरत को पूरा करते है।
आखिर सवाल यह उठता है कि क्या सिर्फ ये दोनों ही दूध के धोये हुए कर्मी है? क्या और पीएमसीएच में कोई कर्मी प्रिंसिपल को दिखाई नही दिया। दूसरी बात जब चारों के ऊपर आरोप तय हो गया तो दो कर्मी को ही क्यों हटाया गया। आखिर प्रिंसिपल की क्या मजबूरी थी कि सिर्फ दो को ही बहाल किया गया बाकी दो को क्यों नही बहाल किया गया।
इसे देखते हुए 10 जुलाई को यह परिवाद दायर कर जांच कराने का आग्रह परिवादी की ओर से गया था लेकिन अबतक जांच नही की गई। और अब परिवादी मीडिया से का सहारा लेकर ऎसे लोगों हटाने का अपील कर रही है।