मुंबई/पटनाः सुप्रीम कोर्ट सहित मीडिया में अपनी किरकिरी कराने के बाद आखिरकार बीएमसी को अक्ल आ गई और उन्होंने बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वारेंटीन से मुक्त कर दिया है। विनय तिवारी का अब वापस पटना आने का रास्ता साफ हो गया है।
इससे पहले आईपीएस विनय तिवारी को जबरन मुंबई में क्वारेंटीन किए जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार के रवैये के अनप्रोफेशनल बताया था। जिसके बाद बीएमसी को सभी जगहों से आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि इतना कुछ होने के बाद भी बीएमसी अपनी जिद पर अड़ा रहा और उसने बिहार के आईपीएस को क्वारेंटीन से मुक्त करने से इनकार कर दिया था।
बिहार पुलिस ने दिया था 24 घंटे का समय
मामले में बिहार पुलिस ने विनय तिवारी से क्वारेंटीन से मुक्त करने के लिए बीएमसी को 24 घंटे का समय दिया था। इसके बाद कोर्ट जाने की चेतावनी दी थी। लेकिन यह अवधि पूरा होने से पहले ही बीेएमसी ने विनय तिवारी को होम क्वारेंटीन से मुक्त कर दिया है।
बता दें कि बिहार के आईपीएस विनय तिवारी मुंबई सुशांत राजपूत केस की जांच के लिए गए थे। जहां बीएमसी ने उन्हें जबरन 14 दिन के लिए होम क्वारेंटीन कर दिया था। ताकि वह केस की जांच नहीं कर सकें। बीएमसी की इस हरकत के बाद बिहार सरकार और महाराष्ट्र सरकार के बीच तल्खियां बढ़ गई थी।