NEWSPR DESK- बरसात के बाद अब ठंड का मौसम अपने गति से आगे बढ़ चुका है और हर दिन ठंड में इजाफा हो रहा है। तापमान में बदलाव के कारण शहर से लेकर गांवों तक अब मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ गया है। बीमार होने वालों में बच्चों की संख्या अधिक है। खासकर पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे सर्दी, खांसी, बुखार व उल्टी के रोगों की चपेट में आ रहे हैं।
इन सबसे अधिक खतरा निमानिया जैसी बीमारियों से देखने को मिलता है। इससे बीमार हो रहे बच्चों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। सदर अस्पताल स्थित एसएनसीयू में पिछले दो दिनों में निमोनिया से पीड़ित तीन बच्चों का इलाज किया गया है।
इसके अलावे विभिन्न रोगों से पीड़ित दस बच्चों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, सर्दी-खांसी व बुखार से बच्चे अधिक बीमार हो रहे हैं। लेकिन निमोनिया होना काफी चिंताजनक है। इससे बचने के लिए सावधानी बहुत जरूरी है। मौसम एक जैसा नहीं है। गर्मी-सर्दी के मिश्रित असर से यह समस्या आ रही है.
चिकित्सकों ने बताया कि हर दिन पांच से सात डिग्री तक तापमान ऊपर-नीचे चल रहा है। इस कारण बैक्टीरिया जनित बीमारियां हो रही हैं। बच्चों में प्रतिरोधक क्षमता कम होती है जिसके कारण वे जल्दी बीमार होते हैं।
ज्यादातर माताओं को लगता है कि बच्चों को सबसे ज्यादा ठंड सीने में लगती है इसलिए वे बच्चों को ढेर सारे कपड़े पहनाकर रखती हैं जबकि ठंड के मौसम में पैर और सिर को भी ढक कर रखना भी बेहद जरूरी होता है।