शहीद खुदीराम बोस के शहीद दिवस पर समारोह के लिए सेंट्रल जेल को रंगीन बल्बों से सजाया गया. अहले सुबह उनके फांसी स्थल पर सेंट्रल जेल में सलामी दी गयी. आपको बता दें की अमर शहीद खुदीराम बोस सेंट्रल जेल के रिकॉर्ड के अनुसार फांसी से पहले खुदीराम बोस ने “एक बार विदाई दे मां घुरे आसी, हांसी हांसी परबो फांसी देखवे जोगोत वासी” गाया था.
उनके इस गीत को सुनकर बंदियों का आभास हो गया कि खुदीराम बोस को फांसी के लिए ले जाया जा रहा है. इसके बाद सारे बंदी वंदे मातरम का नारा लगाने लगे थे. जेल में शहीद खुदीराम बोस को जिस सेल में बंद किया गया था. वहां से फांसी स्थल करीब 200 मीटर की दूरी पर है. बीच में बंदियों के बैरक हैं. वही जेल में 3.50 बजे फांसी स्थल पर शहीद खुदीराम बोस को सलामी पेश की गयी. इस मौके पर तिरहुत रेंज आइजी, डीएम, एसएसपी, सिटी एसपी, नगर एएसपी, जेल अधीक्षक, सहित अन्य तमाम अधिकारी इस समारोह में शामिल रहे .