जनता दल यू के द्वारा पूरे बिहार में मुसलमान भाइयों को रिझाने को लेकर भाईचारा यात्रा की शुरुआत करने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र नालंदा जिले में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कार्यशैली से काफी नाराज हैं। आपको बता दें कि बिहारशरीफ में रामनवमी जुलूस के दौरान 31 मार्च को हुए उपद्रव की टिस आज भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के जहन में गूंज रहा है। उपद्रव के 5 महीने बीतने को हैं लेकिन अभी तक सरकार के द्वारा मुआवजा देने का वादा पूरा नहीं किया है। सरकार ने उपद्रव के दौरान जो भी छोटे बड़े व्यापारी को नुकसान हुआ था। उस नुकसान की भरपाई के लिए राज्य सरकार ने मुआवजे की घोषणा की थी लेकिन मुआवजे की घोषणा फाइलों में ही सिमट कर रह गई। जिसके कारण अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों में नीतीश कुमार वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं। इतना ही नहीं अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। कांग्रेस नेता मीर अरशद ने भी वर्तमान में बढ़ते अपराध को लेकर अपने ही सरकार को कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मोहर्रम के दिन हम लोगों ने ताजिया जुलूस नहीं निकालकर अमन-चैन का पैगाम दिया लेकिन मोहर्रम के दिन ही रात में एक अल्पसंख्यक समुदाय के व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है जिससे कहीं ना कहीं प्रशासन किस सुरक्षा तैयारियों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा होता है।