पूर्वी चम्पारण मोतिहारी पताही के देवापुर घाट से जल लेकर काँवरियों अरेराज सोमेश्वर मंदिर के लिए लाखो महिला बच्चे बूढ़े जवान काँवरियों बोल बम के नारे लगाते डीजे के साथ निकल चले ।
काँवरियों की सुरक्षा को लेकर प्रशासनिक अधिकारी चौकस, घाट पर सीसीटीवी की निगरानी व एनडीआरएफ तथा गोताखोरों की टीम तैनात है। डाक बम संकल्प लेने के साथ ही देवापुर संगम घाट से दौड़ लगाना शुरू करते हैं तथा 12 घंटे के अंतराल में लगातार बिना रुके दौड़ते हुए सीधे बाबा दरबार में जाकर रुकते हैं।दूधिया रोशनी में नहायी काँवर पथ में डाक बम हाथ में काँवर व मुंह से बोल बम का जयकारा लगाते हुए ध्यान मग्न होकर अपने लक्ष्य की ओर निरंतर चलते रहते हैं। नंगे पांव और दौड़ते हुए सोमेश्वरनाथ धाम जाकर जलाभिषेक करना एक बड़ी ख्याति प्राप्त मान्यता है। डाक बम को 12 घंटा में 75 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। अरेराज में डाक बम को विशेष सुविधा मिलती है। रुकने पर उनकी संकल्प भंग होने का खतरा रहता है। परिणाम स्वरूप वे लगातार यह रट लगाते चलते व दौड़ते रहते हैं कि बाबा नगरिया दूर है, जाना जरूर है। डाक बम वाले कांवरियों के लिए इस दौरान खास पूजा की सुविधा दी जाती है। इसके लिए जिला प्रशासन उन्हें संगम घाट पर ही पास देता है जिससे वे अरेराज स्थित बाबा सोमेश्वर नाथ धाम में विशेष पूजा कर सकते हैं। संगम घाट से लेकर अरेराज जाने वाला पूरे रास्ते में रौशनी के साथ डाक बमों के लिए कोई सुविधा का व्यवसाई के द्वारा जगह जगह पर गर्म पानी सर्बत दवा का कैम्प लगा हुआ है। लोगो ने काँवरियों का पूरा सेवा दे रहे है वही जिला प्रशासन ,पुलिस प्रशासन पूरी तरह तैनात है।