NEWSPR डेस्क। PFI का मुख्य सरगना रियाज मारुफ उर्फ बब्लू के घर पर एनएआई की टीम ने गुरुवार को जांच की है। जांच के दौरान टीम ने रियाज के परिजनों से पुछताछ की है। इसके साथ ही इस दौरान बड़ी मात्रा में दस्तावेज और साक्ष्य को अपने साथ ले गयी है। छह सदस्यीय टीम ने गुरुवार अहले सुबह से ही जांच शुरु की थी जो दोपहर बाद तक चलती रही। छापामारी के दौरान शांति व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
एनआईए की टीम ने चकिया के वार्ड नंबर चार कुंअवा गांव में रियाज के पैतृक घर की जांच किया है। पटना में हुई छापामारी के दौरान पीएफआई का जेनरल सेक्रेटरी रियाज मारुफ पुलिस की गिरफ्त में आया था। जिसके बाद एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हुए। मारुफ चकिया में पीएफआई के ट्रेनिंग सेन्टर का संचालन किया करता था। जिसके घर से ट्रेनिंग के कई दास्तावेज एनआईए की टीम के हाथ लगी है। पुछताछ के दौरान किसी को भी रियाज के घर में आने की अनुमति नहीं थी।
आस पड़ोस के लोग कार्रवाई की जानकारी के लिए बेचैन दिखे। सुबह से गांव में दहशत का माहौल बना रहा। मालूम हो कि भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिये पटना के फुलवारी शरीफ में आतंकी गतिविधियों का खुलासा होने के बाद तार पूर्वी चंपारण तक पहुंचा है। चकिया नगर पंचायत के कुआंवा गांव में आतंकी संगठन पीआईएल के ट्रेंनिग कैम्प होने का खुलासा हुआ था। आतंकी संगठन के चौथे नंबर का सरगना रियाज मारूफ उर्फ बबलू कुआंवा गांव का निवासी है। जिसका पूरा परिवार यही रहता है।
कुआंवा गांव में रियाज मारूफ आता और यहां मीटिंग किया करता था। साथ ही अपने संगठन को बढ़ाने और मजबूत करने के लिये युवाओ को जोड़ने का भी काम किया करता था। एनआईए की टीम की छापामारी और जांच के बाद पूर्वी चम्पारण के एसपी डॉ कुमार आशिष ने कहा कि एनआईए की टीम ने छापामारी कर सघन और लम्बी जांच किया है। इस दौरान टीम ने कई दास्तावेज साथ लेकर गयी है। एनआईए की रिपोर्ट आने के बाद ही पूरे मामले का खुलासा हो पायेगा।
मोतिहारी से धर्मेंद्र की रिपोर्ट