आरा में मोतियाबिंद का ऑपरेशन करने के बाद परिजनों ने किया हंगामा।

Patna Desk

 

आरा शहर के नवादा थाना क्षेत्र के महावीर टोला स्थित लक्ष्मी नेत्रालय में एक महिला के मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराने के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। परिजनों ने लक्ष्मी नेत्रालय के डॉ. एस. के केडिया द्वारा महिला की आंख की मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर आंख की रोशनी खत्म करने का आरोप लगा रहे है। घटना को लेकर लोगों के बीच अफरा-तफरी का आलम रहा। घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय थाना मौके पर पहुंच घटना की जानकारी ली। इसके बाद समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला नवादा थाना क्षेत्र के गोढना रोड कैलाश नगर निवासी गुप्तेश्वर राम की 60 वर्षीया पत्नी चंपा देवी हैं। इधर पीड़ित महिला की बहू रिंकू देवी ने बताया कि उनकी सास चंपा देवी को मोतियाबिंद हुआ था। जिसको लेकर शुक्रवार की सुबह उनका देवर उन्हें महावीर टोला स्थित लक्ष्मी नेत्रालय डॉ.एस.के. केडिया के पास आए थे। जिसके बाद डॉक्टर द्वारा उनके मोतियाबिंद के ऑपरेशन करने की सलाह दी गई। इसके बाद डॉक्टर द्वारा उनके आंख के मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया गया। लेकिन ऑपरेशन सफल नहीं हो पाया। इसी बीच दोपहर करीब 2 बजे उन्हें उल्टी होने लगी। जिसके बाद डॉक्टर द्वारा उन्हें पानी चढ़ाया गया। इसके बाद शाम में करीब 5 बजे डॉक्टर द्वारा ऑपरेशन के लिए दिए गए पैसे को रिटर्न कर दिया गया और कहा गया कि अब इनकी यहां की रोशनी नहीं आएगी। यह सुनते हैं परिजनों का आक्रोश भड़क उठा। जिसके परिजनों ने डॉ.एस.के. केडिया के लक्ष्मी नेत्रालय क्लीनिक में जमकर हंगामा किया और डॉ.एस.के. के द्वारा ऑपरेशन में लापरवाही बरतने के कारण रोशनी खत्म होने का आरोप लगाया है। उसने मांग किया कि उनकी सास का आंख का रोशनी जैसा था वैसा वापस लौटाया जाए नही तो प्रशासन से उचित कार्रवाई करने की मांग की। वहीं दूसरी ओर पीड़ित महिला चंपा देवी की बहू रिंकू देवी ने कहा कि उनकी सास ने कहा कि ऑपरेशन थिएटर में कोई महिला चिकित्सक थी। लेकिन डॉ.एस.के. केडिया ने कहा कि मैंने खुद उनका ऑपरेशन किया है। डॉ एसके केडिया ने कहा कि एक कंपिलेशन है आँख के कैटट सर्जरी का और मरीज एक्स्पल्सिव मरीन है वही हो गया हैं। लेकिन ये बहुत रेएर है पर हो सकता वही हो गया है।

बताया कि हमारे क्लीनिक में चार डॉक्टर करने वाले हैं और कोई भी कर सकते हैं। आंखों से ब्लीडिंग हो रही थी उसे और रोक दिया गया है। उसे पटना भेजा जाएगा और देखा जाएगा कि क्या हो सकता है। वही उन्होंने बताया कि मेरे यहां तीन और डॉक्टर हैं और यह टीम वर्क है। डॉक्टर केडिया का अस्पताल नहीं है,ये उन सभी डॉक्टरों का अस्पताल है। सभी डॉक्टर बहुत ट्रेंड है। साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ित महिला के ऑपरेशन में डॉ.अभिषेक,डॉ.शिल्पी एवं मैं भी मौजूद था।

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