आरा सदर अस्पताल के लिए लेबर वार्ड में गुरुवार की रात बच्चा चोरी होने एवं अस्पताल प्रशासन द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर प्रसूता महिला के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। हंगामा के दौरान प्रसूत महिला के परिजन अस्पताल प्रशासन एवं लेबर वार्ड में मौजूद स्वास्थ्य कर्मियों मिली भगत के कारण बच्चा चोरी करवाने का आरोप लगा रहे थे। हंगामा के लेकर लेबर वार्ड में काफी देर तक अफरा-तफरी मची रही। हंगामा की सूचना पाकर टाउन थाना के गश्ती ड्यूटी पर तैनात दरोगा सर्वेश कुमार पुलिस बल के साथ सदर अस्पताल के लेबर वार्ड में पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने परिजनों को समझा-बुझाया। उधर हंगामा की सूचना पाकर भोजपुर सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंह अस्पताल उपाधीक्षक डॉक्टर अरुण कुमार एवं डीपीएम लेबर वार्ड पहुंचे और प्रसूता महिला के परिजनों से मिलकर घटना की पूरी जानकारी ली। इसके बाद समझा-बूझकर उन्हें शांत कराया। जानकारी के अनुसार उक्त महिला शाहपुर थाना क्षेत्र के वीरपुर गांव निवासी रमेश यादव की 30 वर्षीया पत्नी रूबी देवी है। इधर उक्त महिला रूबी देवी ने बताया 15 वर्ष बाद 10 अक्टूबर मंगलवार को ऑपरेशन कर उसे लड़का पैदा हुआ था। गुरुवार की देर रात वह लेबर वार्ड में लेटी हुई थी और उसका बच्चा बगल के बेड पर रो रहा था। तभी एक अनजान युवक उसे वहां पर आया और कहने लगा कि आपका बच्चा है तो उसने कहा कि हां मेरा है। इसके बाद उसने कहा कि मेरे बच्चे को थोड़ा उठाकर दे दीजिए। तभी उसने बच्चे को गोद मे उठाया और कहने लगा कि मैं चुप कर देता हूं। उसी बीच चुप कराने के बहाने वह बच्चे को लेकर भागने लगा। ऑपरेशन होने के कारण वह उठ नहीं पा रही थी तो गमछे से नीचे सो रहे अपने पति को मार उसे जगाया। जिसके बाद वह शोर मचाते उसके पीछे भागने लगा। तभी लेबर वार्ड में मौजूद सुरक्षाकर्मी एवं अन्य लोगों द्वारा दौड़कर उसे दबोच उसके गोद से बच्चे को छीनकर उसे दे दिया गया। इसके बाद सुरक्षाकर्मी एवं अन्य लोगों द्वारा उसकी जमकर पिटाई की। वही दूसरी तरफ उक्त महिला के पति रमेश यादव ने बताया कि मंगलवार को 15 साल बाद ऑपरेशन कर उसकी पत्नी रूबी देवी को लड़का पैदा हुआ था और वह लेबर वार्ड में भर्ती थी। गुरुवार की रात जब वह जमीन पर सोया हुआ था और उसका बच्चा बगल के बेड पर रो रहा था। उसी समय अनजान युवक भी वहां मौजूद था। उसके द्वारा उसके बच्चे को चुप करने के बहाने गोद में उठाकर भागने लगा। तभी उसकी पत्नी ने गमछा से मारा उसे उठाया। इसके बाद उसने शोर मचाया। तभी वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी एवं अनये लोगों द्वारा उसे दौड़कर पकड़ लिया गया। इसके बाद उसके गॉड से बच्चा छींनकर उक्त महिला को दे दिया गया। उंसके बाद सुरक्षाकर्मी एवं अन्य लोगों द्वारा उसकी पिटाई की जाने लगी। तभी लेबर वार्ड में मौजूद एक स्वास्थ्य कर्मचारी द्वारा कहा गया कि यह मेरे आदमी हैं,आप इन्हें छोड़ दीजिए। जिसके कारण उक्त महिला के पति रमेश यादव ने लेबर वार्ड में मौजूद स्वास्थ्य कर्मी के मिली भगत के कारण बच्चा चोरी करवाने का आरोप लगाया जा रहा है। वही इस मामले में सिविल सर्जन सुरेश प्रसाद सिंह ने बताया कि परिजन द्वारा लेबर वार्ड में मौजूद एक स्वास्थ्य कर्मी पर आरोप लगाया जा रहा है। अभी डीपीएम के नेतृत्व में टीम गठित कर जांच की जा रही है। जांच के उपरांत इस मामले में जो भी दोषी होंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।