NEWSPR डेस्क। खबर पटना से है। जहां के आशीर्वाद इंजीकॉन कंपनी के मालिक अजय सिंह पर भी 250 बैंकरों से पचास करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने के आरोप लगा है। इसे लेकर पटना SSP के पास भी शिकायत की गई है।वहीं मामला तूल पकड़ने के बाद आरोपी बिल्डर ने पीड़ित बैंकरों पर मारपीट का केस दर्ज किया है। अजय सिंह ने ग्राहक विनोद सिंह पर भी श्रीकृष्णापुरी थाने में केस दर्ज कराया है।
जिसके बाद पीड़ित ग्राहक ने बताया है कि वे इंडियन ओवरसीज बैंक के कर्मी हैं। इस बैंक से जुड़े 250 लोगों ने 2014 में ही बिल्डर अजय कुमार को बिहटा के प्रोजेक्ट आईओबी ग्लैक्सी के लिए पैसा दिया था। प्रति ग्राहक 5.50 लाख रू दिये गये थे। आईओबी के अलावे इलाहाबाद बैंक के 125 लोगों ने 8-9 लाख के हिसाब के बिल्डर को पैसा दिया था। वहीं पीएनबी के तीन सौ लोग, पावर ग्रिड के 100 लोगों ने 9 लाख की दर से बिल्डर को पैसे दिये थे। बिल्डर ने करीब पांच सौ फ्लैट तैयार कर दूसरे के हाथों बेच दिया।
जबकि उन्होंने जो राशि दी थी, उसी राशि से बिल्डर ने जमीन खरीदी और उसी जमीन पर आईबी ग्लैक्सी प्रोजेक्ट बनाया। बैंक से जुड़े ग्राहकों ने पटना के गोला रोड में बैंक अकाउंट में करीब 16 करोड़ की राशि जमा की थी। उसी पैसे से बिल्डर अजय सिंह ने जमीन की खरीद की थी। उनके पास पूरा एग्रीमेंट है, मनी रसीद है। लेकिन उनको आज तक फ्लैट नहीं दिया गया है। इसके अलावा पीड़ित ग्राहक ने कहा कि जब वगह अजय सिंह से पैसे मांगने गए तो उनहोंने अपने बाउंसर को बुलाकर मारपीट भी की थी। वहीं इस मामले की जानकारी पटना एसएसपी को दी है। एसएसपी के यहां से आवेदन स्थानीय थाने को गया है।
ग्राहकों का कहना है कि उन्होंने आठ साल पहले पैसा दिया है। आशीर्वाद इंजीकॉन ने सैकड़ों ग्राहकों के साथ धोखा किया है। ऐसे में उनकी की लड़ाई जारी रहेगी।जिसके बाद बिल्डर ने खुद को फंसता देख श्रीकृष्णापुरी थाने में केस दर्ज कराया है। पुलिस को दिये आवेदन में बिल्डर ने ग्राहक विनोद सिंह व अनुग्रह नारायण सिंह समेत 25-30 अज्ञात के खिलाफ मारपीट समेत कई अन्य आरोप लगाये हैं।
बता दें कि बिहार एसटीएफ ने एक ऐसे ही धोखेबाज बिल्डर को पत्नी के साथ अरेस्ट किया है। यह बिल्डर सस्ते मकान दिलाने का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देता था। बिल्डर प्रभात कुमार रंजन उर्फ उदय सम्राट और उसकी पत्नी प्रिया मिश्रा को एसटीएफ ने तीन दिन पहले कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है। दोनों पाटलीग्राम बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंस्ट्रक्शन कंपनी चला रहे थे। दोनों मिलकर लोगों को कम कीमत का मकान दिलाने का सपना दिखाते थे। दंपती पर जमीन और फ्लैट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठगने का आरोप है।