भागलपुर नवगछिया में इलाज कराने आई बच्ची की अस्पताल में मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि जगतपुर के रहने वाले मनीष कुमार अपने बेटी को दिखाने नवगछिया के एक निजी क्लिनिक पहुंचे थे। बेटी अंशु कुमारी को गिल्टी था, जिसे दिखाने के लिए आए हुए। निजी क्लिनिक में उपचार के लिए तीन सुई व एक बोतल दवाई पिलाई गई। जिससे बच्ची की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टर संपत राय पर आरोप लगा जमकर हंगामा किया।
उपचार के बाद बिगड़ी तबियत-
परिजनों ने बताया कि जब बच्ची को लाए थे तो वो ठीक थी। लेकिन सुई व दवाई देने के कुछ देर बाद मुंह से फेन निकलने लगा। जिसके बाद डॉक्टर से पूछने पर कहा कि एक घण्टे बाद ठीक हो जाएगा। जब तबियत अधिक बिगड़ने लगी तो बुखार बता दूसरे डॉक्टर के पास ले जाने की बात कही गई। जब सरकारी अस्पताल बच्ची को लाए तो डॉक्टर ने बताया कि इसका मौत हो चुका है। जब डॉक्टर संपत से पूछे तो वो कुछ भी नहीं बता रहा है।
डॉक्टर ने आरोप को बताया बेबुनियाद-
डॉक्टर संपत ने कहा कि गिल्टी का इलाज कराने आए थे। जो दवाई सुई उसका होता है दिए। बच्ची को बुखार आ गया, जिसके बाद उसे पट्टी सब दिया गया। लेकिन इसे ऑक्सीजन की जरूरत थी उसे रेफर कर दिया गया। डॉक्टर ने बताया कि बुखार सर पर चढ़ गया होगा जिससे मौत हो गई। हमने तो सही इलाज किया है।