अंशु प्रिया
रांची। किसी राज्य के शिक्षा मंत्री, जिस पर पूरे प्रदेश की शिक्षा को बेहतर करने की जिम्मेदारी है और वह खुद दसवीं पास हो, तो यह बात हैरान करती है। लेकिन झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के साथ यह सच्चाई जुड़ी हुई है, जिसे वह स्वीकार करते हैं। लेकिन अब उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए इंटर में एडमिशन लिया है। इस दौरान अपनी पढ़ाई को लेकर जो बातें कहीं है, वह किसी को भी प्रेरित कर सकती है।
पदभार ग्रहण करने के बाद उठे थे सवाल
दरअसल इसी साल जनवरी महीने में उन्होंने विभाग का पदभार ग्रहण किया। इसी बीच कुछ लोगों ने दबी जुबान में ये टिप्पणी कर दी कि दसवीं पास शिक्षामंत्री राज्य में शिक्षा विभाग का काम कैसे कर पाएगा। कैसे वो गुणवत्ता में सुधार के लिए कदम उठा पाएगा। इस बात ने दसवीं पास जगरनाथ महतो को बेचैन कर दिया। उसी दिन उन्होंने आगे की पढ़ाई करने का निर्णय ले लिया था।
पढ़ाई के लिए उम्र का मायने नहीं
उन्होंने कहा कि पढ़ाई की कोई उम्र नहीं होती, देश के आईएएस-आईपीएस समेत अन्य अधिकारी भी नौकरी करने के साथ आगे उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए पढ़ाई करते है, ऐसे में शिक्षामंत्री आगे की पढ़ाई के लिए कदम उठाता है, तो किसी को आश्चर्य करने की कोई बात नहीं है। इस बात का खुलासा खुद जगरनाथ महतो ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान किया।