NEWSPR डेस्क। बिहार इस वक्त डबल मुसीबत से जूझ रहा है। एक तो बाढ़ का कहर और दूसरी तरफ कोरोना की मार, ऊपर से प्रशासन की नाकामी। सुशासन का दावा करने वाली नीतीश सरकार के दावों की पोल नरकटियागंज में पुल का एक पाया नीचे दबने के साथ अप्रोच पथ ध्वस्त होने से खुल गई। 6 महीने पहले ही पुल बना था जिसके बाद पहली मानसून के बारिस में ही पुल का अप्रोच पथ ध्वस्त हुआ था, जिसकी हमने प्रमुखता से खबर दिखाई थी। वहीं आज पहाड़ी क्षेत्रों में तेज बारिस होने के बाद नदियों के जलस्तर में वृद्धि होते ही पश्चिम से पाया संख्या तीन नीचे दब गया जिससे पुल का ऊपरी सतह नीचे की ओर झुक गया है। इससे दर्जनों गाँव के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए संवेदक पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
बता दे कि बखरी घाट पर बनी पुलिया का अभी उदघाटन भी नहीं हुआ और भ्रष्टाचार का भेट चढ़ गया। ऐसे में लोगों में प्रशाशन और संवेदक की लापरवाही को लेकर काफी आक्रोश व्याप्त भी है। नरकटियागंज में करोड़ो की लागत से छः माह पूर्व बनी पुल का उदघाटन के पूर्व ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। लोगों का कहना है कि पुल का अभी उद्घाटन होना बाकी था कि इसके पूर्व ही पुल का खम्भा और अप्रोच पथ ध्वस्त हो गया है, इसके कारण लोगों में आने जाने को लेकर खौफ है। इधर दर्जनों गाँवो के लोगों को अनुमंडल मुख्यालय के साथ अन्य प्रखंडो से संपर्क टूटने का डर भी सता रहा है।