विभिन्न बैंकिंग संस्थाओं के पदाधिकारी, चैम्बर आफ कामर्स, स्वरोजगार एवं व्यापार करने के लिए इच्छुक आवेदकों के साथ मंगलवार को जिला पदाधिकारी नवीन कुमार द्वारा एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में उद्योग विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में अलग-अलग बैंकों द्वारा निर्गत किये जाने वाले ऋण के संबंध में विस्तार से समीक्षा की गई तथा पाया गया कि बहुत से बैंकों के पास अलग-अलग योजनाओं के तहत आवेदकों के स्वरोजगार ऋण के आवेदन को अनावश्यक रूप से लंबे समय तक लंबित रखा जा रहा है। जिस पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी बैंकों को आवेदनों के शीघ्र निष्पादन के साथ ऋण वितरण करने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया कि प्रत्येक माह के तीसरे मंगलवार को सभी बैंकिंग संस्थाओं के साथ बैठक की जाएगी। जिसमें सभी बैंकिंग संस्थान शत प्रतिशत आवेदनों का निष्पादन करते हुए बैठक में भाग लेंगे। जो बैंकिंग संस्थान स्वरोजगार के लिए इच्छुक लोगों को विशेष कर युवाओं को तथा अन्य ग्राहकों को अनावश्यक परेशान करेंगे और अनावश्यक रूप से आवेदनों को लंबित रखेंगे, उनके विरुद्ध कड़ी कार्यवाही का प्रस्ताव दिया जाएगा तथा जो बैंकिंग संस्थान बेहतर प्रदर्शन करेंगे उनको प्रोत्साहित करने का भी कार्य किया जाएगा। इस दौरान बैठक में उपस्थित चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों को जिले में औद्योगिक वातावरण बनाने की दिशा में कार्य करने का निर्देश दिया गया तथा अधिक से अधिक लोगों को उद्योग स्थापित करने हेतु प्रेरित करने एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रशिक्षण, प्रोजेक्ट तैयारी सहित अन्य सुविधाओं को प्रदान करने में सहयोग किया जाएगा। डीएम ने कहा कि हम लोगों को व्यापारी बनने की मानसिकता से आगे बढ़कर खुद उत्पादक बनने की ओर अग्रसर होना होगा। जिससे जिला विकास की गति में और तेजी से आगे बढ़ सके। युवाओं में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन कटिबद्ध है तथा उनके कौशल विकास, प्रशिक्षण, ऋण मुहैया करने तथा सरकार के अन्य लाभों को देने की दिशा में सतत प्रयास किया जा रहा है। मौके पर उप विकास आयुक्त शेखर आनंद, महाप्रबंधक उद्योग केंद्र रोहतास, सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी धर्मवीर सिंह तथा लीड बैंक मैनेजर पंजाब नेशनल बैंक भी उपस्थित रहे।