राष्ट्रीय महिला आयोग नयी दिल्ली और सरदार वल्लभ भाई पटेल कालेज के संयुक्त तत्वाधान में स्नातक और परास्नातक महिला छात्राओ के लिए’ क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम’ का आयोजन 28 अप्रैल शुक्रवार को आयोजित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भभुआ डीएवी स्कूल के डायरेक्टर दिनेश सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री सुशील करोलिया उपस्थित थे। गत सितंबर माह में भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद नई दिल्ली द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल महाविद्यालय में प्रायोजित राष्ट्रीय सेमिनार में प्रस्तुत चुनिंदा लेखों को इंडिया रिच कल्चरल हेरिटेज प्रिजर्वेशन एंड प्रमोशन ” नामक आईएसबीएन वाली एक पुस्तक के रूप में छापा गया है जिसके संपादक डॉ अखिलेंद्र नाथ तिवारी, डॉ मीता रतावा तिवारी और डॉ अजीत कुमार राय हैं। इस पुस्तक का विमोचन कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता में डॉ अखिलेंद्र नाथ तिवारी ने डिजिटल एजुकेशन के महत्ता के बारे में बताया।
कार्यक्रम मे डॉ अन्नपूर्णा गुप्ता ने मानसिक विकास के साथ व्यक्तित्व विकास पर बल दिया । डॉ सीमा पटेल ने छात्रों को कैरियर के विभिन्न आयामों से परिचित कराया। डॉ दीपक कुमार ने साक्षत्कार के लिए तैयार होने और उसके समस्यायों के समाधान के बारे में बताया। डॉ सुतापा दास ने सोशल साइट के प्रयोग और उससे संबधित कठिनाइयों के बारे में जानकारी दी। डॉ प्रियंका मिश्रा ने समय प्रबंधन के उपयोग के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम के संयोजक डॉ अजीत कुमार राय ने बताया कि इस महिला छात्राओं को आधुनिक युग के प्रतिस्पर्धा के दौर में युवा वयस्क अपने कैरियर के लिए आज भारी दबाव में हैं। उन्हें न केवल शिक्षा में बल्कि नौकरी खोजने और करियर स्थापित करने में अपने साथियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ता है।
कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ शंकर प्रसाद शर्मा ने कहा कि यह लंबे समय से महसूस किया गया है कि निर्धारित पाठ्यक्रम के अलावा, हमारे छात्रों को प्रासंगिक पहलुओं में अतिरिक्त प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए ताकि उनके दृष्टिकोण को और व्यापक बनाया जा सके। क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास पाठ्यक्रम एक व्यक्ति के पारस्परिक कौशल और संचार के विकास से संबंधित हैं। यह उम्मीदवारों को सॉफ्ट-स्किल्स और तकनीकों को सीखने में मदद करेंगा जिससे कि वह प्रतियोगी परीक्षाओ, नियुक्ति और नौकरी के साक्षात्कार के दौरान बढ़त हासिल कर सकेगा। व्यक्तित्व विकास का महत्व इसलिए है क्योंकि यह छात्रों को दूसरों पर अपने बारे में अच्छी छाप छोड़ने में सक्षम बनाता है और उन्हें कैरियर के विकास के लिए संबंध बनाने और विकसित करने में मदद करता है।तदनुसार ‘क्षमता निर्माण और व्यक्तित्व विकास कार्यक्रम पर एक छात्र-केंद्रित मॉड्यूल हमारे छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए नया है, छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए इस कार्यक्रम को आसान साथ ही सामग्री और मूल्यों से समृद्ध बनाया जायेगा।
– बाल विवाह रोकने में कार्यक्रम बड़ी मददगार साबित होगी
वही डीएवी स्कूल भभुआ की छात्राओं ने बताया कि बाल विवाह रोकने में कार्यक्रम बड़ी मददगार साबित होगी ऐसे कार्यक्रम अगर हर जगह हो तो बाल विवाह पर कैमूर ही नहीं बल्कि नंबर वन पर बाल विवाह रोकने में कारगर साबित होगा. कार्यक्रम का संचालन डॉ वंशीधर उपाध्याय ने किया।
अतिथियों का स्वागत डॉ सीमा सिंह ने किया । और धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुमित कुमार ने किया। कार्यक्रम में डॉ महेश प्रसाद, डॉ नेयाज अहमद सिद्दकी, डॉ रबिंद्र , डॉ जितेन्द्र कुमार, डॉ केश्वर प्रसाद भारती, डॉ बृजराज गुप्ता और छात्रों में शुभनम, अंकित, ओमप्रकाश, आदित्य, गोल्डेन, पंकज आदि उपस्थित थे ।