NEWSPR डेस्क। औरंगाबाद में शराबबंदी को सख्ती से लागू करवाने और इसके हानिकारक प्रभावों से आम अवाम को अवगत कराने के लिए बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के तत्वाधान में मंगलवार को दानी बिगहा स्थित सर्किट हाउस से एक जागरूकता रथ निकाली गई। जिसे बोर्ड के अध्यक्ष कयूम अंसारी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस मौके पर प्रेसवार्ता आयोजित कर अध्यक्ष अंसारी ने बताया कि साल 2016 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी लागू किया और इसका असर भी देखा जाने लगा। कोरोना काल मे थोड़ी ढिलाई हुई और इसकी शिकायत प्राप्त हुई, जिसको लेकर मुख्यमंत्री ने बिहार के सभी जिलों के जिलाधिकारी के साथ बैठक कर इस पर सख्ती बरतने का आदेश दिया।
मुख्यमंत्री के आदेश का असर दिखा और प्रतिदिन अवैध शराब के कारोबारी एवं शराबियों की धड़ पकड़ हो रही है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बिहार राज्य शिक्षा बोर्ड द्वारा एक बार फिर शराब के हानिकारक प्रभाव की जानकारी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि आज यह 30वां जिला है, जहां जागरूकता रथ को रवाना किया।
उन्होंने बताया कि अब मुस्लिम समाज के लोग भी शराब का सेवन कर रहे है।ऐसी स्थिति में मदरसे के शिक्षक को यह निर्देश दिया गया है कि बच्चों को शराब के हानियों को समझाएं ताकि लोग इससे दूर रहें।उन्होंने बताया कि इसके अलावे बाल विवाह ,दहेज प्रथा सहित अन्य सामाजिक बुराईयों के खिलाफ खड़े होकर एक स्वस्थ, शिक्षित एवं विकसित राज्य का निर्माण में सहयोग करने की अपील की जा रही है।
औरंगाबाद से रूपेश की रिपोर्ट