सुहागिन महिलाएं बुधवार को (01 नवंबर) को करवा चौथ का व्रत करेंगी. इस दिन सुहागिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला उपवास रखकर शाम को सोलह सिंगार करके करवा चौथ का पूजन करती हैं. चलनी से चंद्रमा को देखकर व्रत तोड़ती हैं. कैमूर(भभुआ) में भी करवा चौथ पर बाजार सज चुका है. महिलाएं पूरी तैयारी में हैं. यह व्रत में सबसे खास बात होती है कि चंद्रमा कब निकलेगा, क्योंकि महिलाओं को इसका बेसब्री से ज्यादा इंतजार रहता है।
कैमूर मे मां मुंडेश्वरी मंदिर के पुजारी पंडित राकेश द्विवेदी ने बताया कि इस बार के करवा चौथ पर खास संयोग बन रहा है. करवा चौथ बुधवार को है यानी कल और बुधवार भगवान गणेश का दिन माना जाता है. गणेश पुराण के अनुसार उसी दिन माता पार्वती की नाभि के मैल से भगवान गणेश प्रकट हुए थे. इस बार के करवा चौथ पर सिद्धि योग माना जा रहा है. इस दिन संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत भी है जो सभी संकट को दूर करने वाला दिन माना जाता है।
मां मुंडेश्वरी के पुजारी राकेश द्विवेदी ने बताया कि करवा चौथ पर पूरे दिन उपवास करके महिलाएं शाम को चंद्रमा निकलने के पहले कथा सुनती हैं. इसमें भगवान शंकर, माता पार्वती और भगवान गणेश की कथा कहती व सुनती है. करवा चौथ में भगवान गणेश की पूजा का विशेष महत्व है. ऐसे में कल बुधवार के दिन करवा चौथ होना विशेष संयोग है. इस दिन जो महिलाएं सच्चे मन से करवा चौथ का व्रत करके भगवान गणेश की आराधना करेंगी उनकी हर मनोकामना पूरी होती है।