NEWSPR DESK- उत्तर प्रदेश में पहली बार लाल आंवले की खेती होने जा रही है. राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद के किसान अफताब ने पश्चिम बंगाल से यहां लाल आंवले के पौधे मंगा लिए हैं, जिन्हें वह अपने बाग में लगा रहे हैं. इन पौधों की खासियत यह होती है कि इन्हें पानी की जरूरत बिल्कुल भी नहीं होती है और सर्दियों में इसके ऊपर फल भी आ जाएगा. यानी लाल आंवले से यह पौधे भर जाएंगे. यही नहीं लाल आंवला सेहत का भंडार होने की वजह से इनकी मुंह मांगी कीमत भी बाजार में किसानों को मिलेगी. जिससे किसान लाल आंवले के जरिए ज्यादा से ज्यादा मुनाफा कमा सकेंगे. लाल आंवले की खेती शुरू करने जा रहे अफताब से जब बात की गई, तो उन्होंने बताया कि पहली बार उन्होंने पश्चिम बंगाल से लाल आंवले के पौधे यहां मंगाए हैं. 100 से ज्यादा पौधे इनके पास आ चुके हैं. सभी को लगाने का काम चल रहा है. पश्चिम बंगाल में इन पौधों को विदेशों से मंगाया गया था.
उन्होंने बताया कि यूरोप, दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया, कनाडा और थाईलैंड जैसे देशों में लाल आंवले की खेती होती है. वहां के लोग लाल आंवला ज्यादा पसंद करते हैं. यही वजह है कि अब धीमे-धीमे करके भारत के किसान भी हरे आंवले से ज्यादा लाल आंवले की ओर जा रहे हैं.