कैंची नहीं मिलने पर विधायिका ने ब्लेड से काटा फीता, कुव्यवस्था से नाराज निकली मेले से बाहर

Patna Desk

NEWSPR DESK- सहदेई स्वास्थ्य मेला का ब्लेड से फीता काट कर विधायक को करना पड़ा उद्घाटन. कैची नही मिलने पर विधायक प्रतिमा कुमारी ने अपने पर्स से ब्लेड निकाल कर फीता काटा. अमृत महोत्सव के मद्देनजर किया जारहा है स्वास्थ्य मेला का आयोजन. स्वास्थ्य मेला की कुव्यवस्था से नाराज राजापाकर विधायक प्रतिमा कुमारी मेला से निकली. कहा सरकार को कैंसर ब्लेड से ही ऑपरेशन करना पड़ेगा.

खबर वैशाली जिले के सहदेई से है जहां अमृत महोत्सव के मद्देनजर एक स्वास्थ्य मेला में अजीबोगरीब स्थिति उत्पन्न हो गई. जब मौके पर फीता काटने पहुंची एमएलए प्रतिमा कुमारी को फीता काटने के लिए कैंची मिला ही नहीं. काफी देर तक आयोजक इधर-उधर एक दूसरे का मुंह ताकते रहे. आखिर जब किसी प्रकार का कोई उपाय नहीं हुआ तो प्रतिमा कुमारी ने अपने पर्स में रखें नाखून काटने वाले ब्लेड से सीता काटकर मेले का उद्घाटन कर दिया. इसके बाद प्रतिमा कुमारी जमकर बिहार सरकार पर बरसी.

उन्होंने यहां तक कहा कि सरकार को कैंसर का रोग है इसका भी ऑपरेशन ब्लेड से ही करना पड़ेगा. बताया गया कि अमृत महोत्सव को देखते हुए सहदेई प्रखंड में एक स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया था. जहां आए लोगों की मुक्त स्वास्थ्य जांच और दवाइयां देनी थी. मेले का उद्घाटन 10:00 बजे होना तय था लेकिन 12:00 बजे पहुंचे राजापाकर से कांग्रेस विधायक प्रतिमा कुमारी को आयोजकों ने सम्मान के साथ सीता फीता काटने के लिए आमंत्रित कर लिया. वावजूद फीता काटने की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी. इस विषय में प्रतिमा कुमारी में कहा कि हम तो पहले ही बोले हैं कि यह फेक कार्यक्रम है,बस दिखावा है.

यह भ्रष्टाचार और लूट का अड्डा है अमृत महोत्सव के नाम पर लोगों के जीवन में विष भरा जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि 12:00 बजे तक यहां पर उद्घाटन की तैयारी नहीं है जबकि कि मुझे 10:00 बजे बुलाया गया था तो मुझे अपने ब्लेड से उद्घाटन करना पड़ा है. यह स्थिति है सरकार की. सरकार का भी इलाज करना पड़ेगा इसी ब्लेड से. उन्होंने कहा कि सरकार के अंदर भी कैंसर जैसी बीमारी फैल गई है सिर्फ भारत माता की जय जय कहकर. इसलिए ऐसे नहीं चलेगा बहुत ही बदतर और घटिया व्यवस्था है. वहीं दूसरी ओर इस लापरवाही का संज्ञान लेते हुए सहदेई के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील केसरी ने कहा है कि व्यवस्थापक से अचूक के लिए उन्हें अफसोस है. वह इस मामले में प्रभारी हेल्थ मैनेजर से स्पष्टीकरण पूछेंगे.

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